वाटिकन सिटीः स्वतंत्रतापूर्वक बोलने का साहस रखें, मीडियाकर्मियों से सन्त पापा फ्राँसिस
वाटिकन सिटी, सोमवार, 15 दिसम्बर सन् 2014 (सेदोक): रोम स्थित टीवी 2000 नामक इताली काथलिक
धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के टेलेविज़न केन्द्र में सेवारत मीडियाकर्मियों एवं पत्रकारों
ने सोमवार को, वाटिकन में, सन्त पापा फ्राँसिस का साक्षात्कार कर उनका सन्देश सुना।
इस
अवसर पर सन्त पापा ने मीडिया से आग्रह किया कि वे अपने कार्यों के प्रति सत्यनिष्ठ रहें
तथा स्वतंत्रतापूर्वक बोलने का साहस जुटायेँ।
सन्त पापा ने कहा, "सामाजिक सम्प्रेषण
के क्षेत्र में काथलिक मीडिया का मिशन चुनौतीपूर्ण है। इसे उन सब बातों से सुरक्षित रखना
ज़रूरी है जो स्वार्थ के कारण इसे झुकने पर मजबूर करती हैं।"
उन्होंने कहा,
"प्रायः संचार एवं सम्प्रेषण माध्यम को केवल राजनैतिक उद्देश्यों के लिये प्रचार का माध्यम
मान लिया जाता है, इन्हें विचारधाराओं या अर्थव्यवस्था या फिर प्रौद्योगिकी के अधीन कर
दिया जाता है जबकि उत्तम और अच्छा संचार, मुख्य रूप से, वही है जो स्वतंत्रतापूर्वक एवं
साहस के साथ स्पष्ट बोलने से आता है।"
सन्त पापा ने कहा, "हम जो बोलना चाहते
हैं यदि उस पर हमारा विश्वास है तो शब्द अपने आप ही आ जाते हैं। किन्तु यदि हम तकनीकी
पहलुओं के बारे में चिन्ता करते रहेंगे तो हम अपनी बात ठीक से कह नहीं पायेंगे, हमारी
बात प्रभावहीन और बेस्वाद हो जायेगी।"
तुरन्त किसी परिस्थिति या घटना पर अपना
समाधान बताने की जल्दबाज़ी से बचने का परामर्श देते हुए सन्त पापा ने कहा कि बिना सोचे
समझे तथा वास्तविक जीवन को भुलाकर किसी बात का प्रचार-प्रसार संचार माध्यम की एक गम्भीर
भूल है।
सन्त पापा ने कहा कि संचारक का मुख्य काम सर्वांगीण मानव को सम्बोधित
करना है जिसके लिये ग़लत सूचना, बकवाद और मानहानि से बचना अनिवार्य है। उन्होंने कहा
कि ग़लत सूचना और दुष्प्रचार वास्तविकता पर सटीक निर्णय लेने से रोकते तथा आधे सच प्रस्तुत
करते हैं।