रोमः रोम के पल्लीवासियों को सन्त पापा ने हर्षित होने के लिये किया प्रोत्साहित
रोम, सोमवार, 15 दिसम्बर 2014 (सेदोक): रोम स्थित सान जुसेप्पे आल आओरेलियो काथलिक पल्ली
की भेंट कर, रविवार को, सन्त पापा फ्राँसिस ने ख्रीस्तयाग प्रवचन में लोगों को हर्षित
होने के लिये प्रोत्साहन दिया।
येसु मसीह की जयन्ती से पूर्व आगमन काल के तीसरे
रविवार पर अपने प्रवचन में सन्त पापा ने कहा कि यह रविवार काथलिक कलीसिया में गाओदेते
रविवार अर्थात् "आनन्द और उल्लास का रविवार" कहलाता है क्योंकि प्रभु का आगमन निकट है।
सन्त पापा ने कहा, "ख्रीस्त की जयन्ती प्रभु ईश्वर के वरदानों हेतु धन्यवाद का
सुअवसर है इसलिये हम केवल उन्हीं बातों के प्रति चिन्तित न रहें जिन्हें हम कर नहीं पाये
हैं अपितु उन वरदानों को याद करें जो हमें मिले हैं तथा उन पर हर्षित होवें। हम उन सब
सुखद वस्तुओं पर चिन्तन करें जो जीवन में हमें मिली हैं।"
उन्होंने कहा, "ख्रीस्त
के अनुयायियों को कटुता, अशान्ति, बेचैनी और चिन्ता से परिपूर्ण देखना दुखदायी है।" सन्तों
के अनुसरण का आग्रह कर सन्त पापा ने कहा, "सन्तों का मुखमण्डल सदैव हर्षोंल्लास से दमकता
रहता है।"
ख्रीस्तीय आनन्द और हर्ष का मर्म समझाते हुए सन्त पापा ने कहा, "ख्रीस्तीय
आनन्द का स्रोत है प्रार्थना, यह ईश्वर के प्रति धन्यवाद ज्ञापन से व्यक्ति के मन में
प्रस्फुटित होता तथा निराशा की घड़ियों में भी शान्ति का अनुभव कराता है।"
सन्त
पापा ने पल्लीवासियों से कहा, "प्रभु येसु चाहते हैं कि यही आनन्द, यही उल्लास, हर्ष
से परिपूर्ण इसी सन्देश का प्रसार हम लोगों के बीच और, विशेष रूप से, निर्धनों के बीच
करें। आध्यात्मिक एवं भौतिक आवश्यकताओं से तरसते, कठिनाइयों का सामना करनेवाले परिवारों
के बीच हम हर्ष भरे इस सन्देश का प्रसार करें।"
उन्होंने कहा, "उन तक आप प्रभु
की शान्ति ले जायें, येसु के तेल से आप उनका विलेपन करें जो आत्मा को सुख और सान्तवना
प्रदान करता है।"