2014-12-12 17:16:18

धर्म परिवर्तन पर रोक लगाने के लिये कानून बनाने की वकालत


नयी दिल्ली, शुक्रवार 12 दिसंबर, 2014 (उकान) हिन्दुओं का समर्थन करने वाली सत्ताधारी पार्टी ने धर्म परिवर्तन पर रोक लगाने के लिये कानून बनाने की वकालत की है।
संसद में जारी बहस में आगरा में धर्मांतरण के मुद्दे पर केंद्र सरकार की ओर से बोलते हुए वेंकैया नायडू ने बयान दिया और कहा कि धर्मांतरण पर बहुत लंबे समय से चिंता जताई जाती रही है और मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के शासन के दौरान धर्मांतरण रोकने के लिए कानून बनाए गए. अब इसकी केंद्र में भी जरूरत है.
विपक्ष के नोटिस पर हुई चर्चा के बाद जवाब में संसदीय कार्यमंत्री और नायडू ने कहा कि जबरन धर्म परिवर्तन नहीं किया जा रहा है।
विदित हो क आगरा में कथित रूप से 200 मुसलमानों को जबरन हिन्दु बना दिया गया था। इस घटना पर सीधे तौर पर नायडू ने बहुत कुछ नहीं कहा और कानून व्यवस्था को राज्य सरकार का मसला बताया।
संस्कृत, आईआईटी की कैंटीन में शाकाहारी भोजन, ज्योतिष और धर्मांतरण पर पूर्ववर्ती सरकार को निशाना बनाते हुए केंद्रीय मंत्री ने इसके लिए यूपीए सरकार के दौरान लिए फैसलों का जिक्र किया और कहा कि नई सरकार को अभी छह महीने ही हुए हैं।
संसद पर दिये गये बयानों पर चिंता जताते हुए सीबीसीआई के आदिवासी और पिछड़ी जाति मामलों के सचिव फादर देवसहाय राज ने कहा कि धर्मपरिवर्तन विरोधी कानून व्यक्ति के अधिकारों का हनन है विशेष करके उनके लिये जो अपने धार्मिक शोषण से मुक्त करना चाहते हैँ।









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