इंडोनेशिया, सोमवार 8 दिसंबर, 2014 (उकान) जकार्ता के पुलिस प्रवक्ता इन्सपेक्टर जेनेरल
रोन्नी एफ. सोमपी ने कहा है कि पूर्व राष्ट्रपति सुसिलो बंगबंग युद्धोदयोनो शासन काल
में जिस तरह की लापरवाही हुई वैसी धार्मिक असहिष्णुता को बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
पुलिस
विभाग के प्रवक्ता रोन्नी ने उक्त की जानकारी देते हुए कहा कि राष्ट्रीय पुलिस महानिदेशक
सुतरामन ने शुक्रवार 5 दिसंबर को पुलिस विभाग से कहा, " जैसा कि सन् 1945 के संविधान
में अनुबद्ध है किसी भी व्यक्ति के धार्मिक विश्वास के आधार हिंसा, दबाव या बेदखली नहीं
की जायेगी।"
उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस बात को कदापि बर्दाश्त नहीं करेगी कि
धर्म के आधार पर या अपने धर्म के पहरेदारी करने के बहाने किसी के प्रार्थनालय में आक्रमण
हो।
पुलिस प्रवक्ता ने इस बात की जानकारी दी कि अल्पसंख्यकों चाहे वह धर्म, जाति
या वंशागत हो सबों के समान बर्ताव किया जायेगा।
विदित हो कि सुन्नी मुस्लिम बहुतायत
इंडोनेशिया में धार्मिक असहिष्णुता का वातावरण आम बात रही है और विभिन्न अल्पसंख्यक दलों
को जेल और हिंसा का सामना करना पड़ा है।
मानवाधिकार संगठन ह्यूमन राइट्स वॉच
ने सन् 2013 में जो रिपोर्ट प्रस्तुत की थी उसके अनुसार कई घटनाओं का ज़िक्र था जब इस्लामिक
उग्रवादी संगठनों ने ख्रीस्तीय अहमदी और शिया मुसलमानों पर आक्रमण किये थे।