वाटिकन सिटी, शनिवार 6 दिसंबर, 2014 (सेदोक, वीआर) रोम में आयोजित तीसरे ईसाई - इस्लाम
वार्ता के लिये एकत्रित धार्मिक नेताओं ने संयुक्त रूप से एक बयान जारी करते हुए कहा
कि दोनों समुदाय एक –दूसरे का सम्मान करेंगे, एक-दूसरे की बातों को सुनेंगे और मेल-मिलाप,
शांति और भ्रातृत्व का संदेश समग्र विश्व को देंगे जिसकी आज निहायत ज़रूरत है। रोम
में ईसाई – मुस्लिम वार्ता के लिये 2 से 4 दिसम्बर तक तीन दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया
गया था जिसकी विषयवस्तु थी - " ख्रीस्तीय और मुस्लिमः समाज में विश्वासी " । सेमिनार
में काथलिक समुदाय के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अन्तरधार्मिक वार्ता के लिये बनी परमधर्मपीठीय
समिति के अध्यक्ष कार्डिनल जाँ लुईस तौराँ ने किया। सेमिनार में चेयरमैन ऑफ़ द बोर्ड
ऑफ़ ट्रस्टीज़ ऑफड द रोयल इन्स्टीटूयट ऑफर इन्टर फेथ स्ट्डीज के अध्यक्ष जॉर्डन के राजकुमार
एल हासन बिन तलाल ने भी हिस्सा लिया। उनके अलावा वॉशिंगटन के अंगलिकन धर्माध्यक्ष मान्यवर
जोन ब्रिसॉन चाने, वॉशिंगटन नैशनल कथीड्रल के अन्तरधार्मिक मामलों के सीनियर अडवाइजर
अयातोल्लाह साय्यद,इस्लामिक स्टडीज़ के निदेशक प्रोफेसर मुस्ताफा मोहाघेह तथा ईरान अकादेमी
ऑफ़ साइन्स के शिया प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भी इसमें शामिल थे। इसके अलावा फ्राँस
के मेत्रोपिलटन एम्मानुएल और बुयनस आयरिस के अब्राहम स्कोरका भी उपस्थित थे। अन्तरधार्मिक
वार्ता के सब सदस्यों ने संत पापा फ्राँसिस से भी मुलाकात की।