मानव तस्करी के विरोध में एकत्रित प्रतिनिधियों को संत पापा का प्रोत्साहन
रोम, शुक्रवार 5 दिसंबर, 2014 (सेदोक,वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने मानव तस्करी पर सांता
मार्था समुदाय द्वारा आयोजित द्वितीय सेमिनार के प्रतिनिधियों के लिये वेस्टमिन्स्टर
के महाधर्माध्यक्ष को अपना संदेश दिया।
संत पापा ने अपने संदेश में सेमिनार में
भाग ले रहे प्रतिनिधियों के प्रति कृतज्ञता प्रकट की और शुभकामनायें दी। उन्होंने कहा
कि मानव तस्करी के विरोध में चल रही विचार गोष्ठी इस बुराई को समाप्त करने की दिशा में
एक ठोस पहल है।
संत पापा ने कहा कि उन्हें प्रसन्नता है कि पिछले अप्रैल माह
में मानव तस्करी विषय पर ही वाटिकन में सम्पन्न सेमिनार के कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए
सेमिनार का आयोजन किया गया है। यह इस बात को स्पष्ट करता है कि संगठन के सदस्य इस बुराई
को समाप्त करने के प्रति कृतसंकल्प हैं।
उन्होंने कहा कि मानव तस्करी को समाप्त
करने के लिये चल रहे कानूनी प्रयास और वार्ता तथा इसके शिकार लोगों के पुनर्वास के लिये
सतत प्रयास किया अति महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका जान समाज में छिपा हुआ है जो समाज के
लिये घातक है।
संत पापा ने कहा कि न हम इस बात को भूलें न ही इसको नज़रअंदाज़
करें कि सामाजिक बुराई के कारण कई महिलायें, बच्चे और पुरुष में यातनायें झेल रहे हैं
तथा शोषित हैं।
संत पापा ने इंगलैड और वेल्स की धर्माध्यक्षीय समिति, ब्रिटिश
सरकार का गृह सचिवालय, मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिशनर के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट की जिनके
प्रयासों से मानव तस्करी जैसी बुराई से लड़ने और इसके समाधान के लिये सेमिनार का आयोजन
किया जा सका।
संत पापा ने प्रतिनिधियों को अपनी प्रार्थनाओं का आश्वासन दिया
और कहा कि उनके साथ पूरी काथलिक कलीसिया का साथ है जो मानव तस्करी के विरुद्ध लड़ाई में
पूर्ण रूप से समर्पित है। ईश्वर इसके शिकार लोगों की रक्षा करे और आप सबों इसके निराकरण
का मार्ग दिखाये।