भारत, बृहस्पतिवार, 4 दिसम्बर 2014 (वीआर अंग्रेजी)꞉ भारत के भोपाल गैस कांड की 30 वीँ
वर्षगाँठ पर कांड के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सज़ा मिलने हेतु लोगों ने एक जुलुस
निकाला तथा पीड़ितों के लिए मुआवज़ा बढ़ाने की मांग की।
यूनियन कार्बाइड द्वारा
चलाये जा रहे कीटनाशक संयंत्र का 3 दिसम्बर सन् 1984 ई. को रिसाव होने से करीब 40 टन
की जहरीली गैस भोपाल की हवा में फैल गयी थी जिसके कारण करीब 4000 लोगों की मौत हुई थी
जो सरकारी आँकड़े के अनुसार दूसरे साल में 15,000 हो गयी थी एवं करीब 5 लाख लोग बुरी
तरह प्रभावित हुए थे।
भोपाल के महाधर्माध्यक्ष लेओ कॉर्नेलियो ने कहा, ″आज उस
दुखद घटना के 30 साल पूरे हो चुके हैं किन्तु कई लोग अब भी उससे प्रभावित हैं। कई बच्चों
में जन्म से ही बीमारियों के असर पाये जा रहे हैं क्योंकि उनके माता-पिता जहरीले गैस
से प्रभावित थे।″
उन्होंने कहा कि भोपाल में शारीरिक दोष से पीड़ित बच्चों के
चार प्रशिक्षण केंद्र खोले गये हैं। महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि इस दुखद कांड को राजनीतिक
रूप दे दिया गया तथा पीड़ितों को उचित सहायता नहीं मिल रही है अतः उन्होंने पीड़ितों
के लिए उचित मुआवाज़े की माँग की।