2014-11-30 14:27:12

‘ब्लू मोस्क’ का दर्शन एवं इस्ताम्बुल के मुफ्ति से मुलाकात


इस्ताम्बुल, रविवार, 30 नवम्बर 2014 (वीआर सेदोक)꞉ संत पापा फ्राँसिस तुर्की में प्रेरितिक यात्रा के दूसरे दिन शनिवार 29 नवम्बर को इस्ताम्बुल पहुँचे।

इस्ताम्बुल में संत पापा ने अपने निर्धारित कार्यक्रम में थोड़ा परिवर्तन करते हुए हागिया सोफिया के बदले इस्ताम्बुल के सबसे प्रसिद्ध मस्जिद सुलतान अहमेत अर्थात् ब्लू मोस्क का दर्शन किया।

उसके पश्चात् संत पापा ने हगिया सोफिया जो पहले महागिरजाघर था और अब म्यूजियम में परिणत हो चुका है का दौरा किया। वाटिकन प्रवक्ता जेस्विट फादर फेदरिको लोम्बारदी ने बतलाया कि मस्जिद का दर्शन करते समय संत पापा ने कुछ क्षण मौन प्रार्थना में बिताया। संत पापा ने ग्रीक भाषा में हागिया सोफिया के ‘गोल्ड बुक’ में लिखा। ″ईश्वर की संत सोफिया।″ बाद में उन्होंने लातिनी भाषा में स्तोत्र ग्रंथ के 83 अध्याय से एक पद लिखा, ″विश्वमण्डल का प्रभु! कितना रमणीय है तेरा मन्दिर!″ उसके बाद उन्होंने अपना हस्ताक्षर किया।

तत्पश्चात् उन्होंने इस्ताम्बुल के स्थानीय काथलिक समुदाय तथा तुर्की के धर्माध्यक्षीय समिति से मुलाकात की। वहीं उन्होंने तुर्की के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष रूजेरो फ्राँचेसकिनी ओ. एफ. एम कैप से भी मुलाकात की।








All the contents on this site are copyrighted ©.