वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार 27 नवम्बर, 2014 (सेदोक,वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन
सिटी में 25 से 29 नवम्बर तक समर्पित जीवन की संस्थाओं तथा प्रेरितिक जीवन के लिये बनी
समुदायों की आम सभा को संबोधित करते हुए " नये जार में नया दाखरस " विषय पर अपना संदेश
दिया।
आमसभा का आयोजन अगले वर्ष मनाये जाने वाले समर्पित जीवन वर्ष के मद्देनज़र
किया गया है। समर्पित जीवन वर्ष का विधिवत उद्घाटन 30 नवम्बर को किया जायेगा। संत
पापा ने सदस्यों को संबोधित करते हुए सेमिनार की विषयवस्तु की सराहना की और कहा कि "
नये जार में नया दाखरस " आज बहुत ही प्रासंगिक है।
यह इसलिये क्योंकि पचास वर्ष
पहले कलीसिया के दो प्रमुख दस्तावेज़ों ' कोन्सटिट्यूशन लूमेन जेन्सियुम ' और ' डिक्री
पेरफेक्ताय कारितातिस ' को आपने सुसमाचार के संदर्भ में चिन्तन किया है।
संत
पापा ने कहा कि द्वितीय वाटिकन महासभा के बाद पवित्र आत्मा ने कलीसिया में अपने प्राण
वायू फूँका कलीसियाई नवीनीकरण में अपना योगदान दिया है जिससे कि समर्पित जन नये तरीके
से येसु के आमंत्रण को स्वीकार करें और उसका अनुसरण करते हुए सुसमाचार का प्रचार करेँ।
संत पापा ने कहा कि कलीसिया के सदस्य रूप में हमें चाहिये कि हम दाखरस की पुरानी
जारों को न भूलें, न ही उसे छोड़ें पर इस बात की भी याद करें कि हम उन संरचनाओं के शिकार
न बन जायें जो हमें झूठी सुरक्षा प्रदान करते हैं। हम उन आदतों के भी शिकार न हो जायें
जो हमें उन लोगों की आवाज़ सुनने नहीं देती जो येसु के सुसमाचार को सुनने को लालायित
हैं।
उन्होंने कहा कि आज समर्पित व्यक्ति को चाहिये कि पवित्र आत्मा की आवाज़
को सुनता रहे, उसके लिये एक नयी क्षितिज का दरवाज़ा खोले और एक नये रास्ते की खोज करे
तथा सुसमाचार से प्रेरित हो कर दूसरों को संस्थापक और संस्थापिकाओं के साहसिक गुणों
को सुनने की प्रेरणा दे।
आज ज़रूरत सुसमाचार के अऩुसार निर्णय करने की, विश्वास
की, सेवा की प्राथमिकता की तथा कमजोर और ज़रूरतमंदो को ध्यान देने तथा मानव मर्यादा के
रक्षा की। संत पापा ने आशा व्यक्त की है कि समर्पित जन उदारतापूर्ण दाखबारी में कार्य
करेंगे ताकि यह कलीसियाई जीवन को खुशियों से भरकर नया जीवन प्रदान करे। पुराने जार
में नया दाखरस स्वतः नहीं हो जाता है इसके लिये समर्पण की ज़रूरत होती है विशेष करके
दूसरों को उचित जगह देने की ज़रूरत पड़ती है। संत पापा ने कहा कि हम इस बात को न
भूलें कि ईश्वर ने आपको एक विशेष कार्य के लिये बुलाया है ताक कलीसिया में सुसमाचार के
आधार पर नवीनीकरण की नींव डाली जा सके