2014-11-21 15:42:46

मछुआरों की सुरक्षा हेतु वाटिकन ने अपील की


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 21 नवम्बर 2014 (वीआर सेदोक)꞉ विश्व मत्स्य दिवस के अवसर पर, 21 नवम्बर को प्रवासियों तथा नाविकों की याद करते हुए वाटिकन ने उनके प्रति सहानुभूति प्रकट की तथा कहा कि विश्वभर में करीब 58 लाख लोग मछली पकड़ने के कार्यों से जुड़े हैं जबकि मछली पकड़ना एक खतरनाक पेशा है जिसमें हर साल सैकड़ों लोगों की मृत्यु हो जाती है। मछवारे आसानी से शोषण, दुर्व्यवहार, तस्करी एवं बेगार के शिकार होते हैं।

प्रवासियों एवं नाविकों की प्रेरिताई के लिए बनी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल अंतोनियो मरिया वेलियो ने कहा, ″यदि उनकी इस कठिन परिस्थिति का पूरा समाधान न किया जा सके तो भी कम से कम उनकी सुरक्षा तथा लाभ में वृद्धि अवश्य की जानी चाहिए तथा उनके काम के तरीक़ों में सुधार लाया जाना चाहिए।″

उन्होंने अपने संदेश में कहा, ″मत्स्य पालन वास्तव में सबसे पुराना और कठिन मानव जीविका उपार्जन के साधनों में से एक है और आम तौर पर इसके भुगतान की दर बहुत कम होती है। मछली पकड़ने के तरीके अलग अलग हो सकते हैं किन्तु नाविकों की तरह ही उनका अधिकतर समय समुद्रों में बीतता है तथा वे परिवार में बहुत कम समय व्यतीत कर पाते हैं। उनमें से अधिकतर लोग हाशिये पर जीवनयापन करते तथा सामान्य जीवन जीने से वंचित रहते हैं।

विश्व मत्स्य दिवस के वार्षिक उत्सव पर, अंतरराष्ट्रीय सागर की प्रेरिताई के लिए बनी समिति, रोजगार एवं जीविका प्रदान करने वाले मत्स्य उत्पादन पर ध्यान आकृष्ट करना चाहती है। मछली पकड़ने के पेशे में करीब 58.3 लाख लोग संलग्न हैं जिसमें 37 प्रतिशत अपनी जीविका के लिए पूरी तरह इसी पर निर्भर हैं।

उन्होंने प्रेरिताई से जुड़े लोगों से अपील करते हुए कहा, ″आज मैं सभी राष्ट्रीय तथा स्थानीय (ए ओ एस) कार्यकताओं से आग्रह करता हूँ कि मछवों तथा उनके परिवारों की स्थिति में सुधार लाने हेतु योजना बनायें तथा उन्हें अपने को अभिव्यक्त करने हेतु अवसर प्रदान करें ताकि वे अकेलापन महसूस न करें।








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