6 जेस्विटों और दो घरेलु कामगारों की हत्या के 25 वर्ष
वाटिकन सिटी, सोमवार 17 नवम्बर, 2014 (सेदोक,वी.आर) 16 नवम्बर रविवार को एल सल्वाडोर
में 6 जेस्विटों और दो सहकर्मियों की हत्या की 25वीँ जयंती मनायी गयी और प्रार्थनायें
चढ़ायीं गयीं। 16 नवम्बर 1989 ईस्वी को एल सल्वाडोर की सेंट्रिल अमेरिका युनिवर्सिटी
में कार्यरत 6 येसु समाजियों को सेना के जवानों ने उनके निवास में ही गोली मार कर हत्या
कर दी थी। उक्त बात की जानकारी देते हुए न्याय एवं शांति के लिये बनी परमधर्मपीठीय
समिति के अध्यक्ष के सहयोगी जेस्विट फादर चेरनी ने बताया कि 16 नवम्बर बड़े सबेरे जेस्विटों
के निवास में दाखिल हुए सैनिकों ने पाँच जेस्विटों को उनक बिस्तरे से खींच कर बाहर निकाला
और जेस्विट आवास के प्राँगण में ही गोली मार कर उनकी हत्या कर दी। जाने से पूर्व उन्होंने
एक अन्य जेस्विट को भी निवास के अंदर ही गोली मारी और घर में कार्य करनेवाली महिला और
उसकी युवा पुत्री की भी हत्या कर दी थी। फादर चेरनी ने बताया कि 25 वर्ष बाद भी मृतकों
को न्याय नहीं मिल पाया है। जिन जेस्विटों की हत्या कर दी गयी थी वे हैं फादर इग्नासियो
एल्लाकूरिया, इग्नासियो मार्टि बारो, सेगुदो मोन्तेस, अमादो लोपेज़, जोवाकिम लोपेज और
जुवान रामोन मोरेना तथा घरेलु कामगार महिला जूलिया एल्बा रामोस और उसकी पुत्र सेलिना
मारिसेट रामोस। फादर चेरनी ने बताया कि पूरी कलीसिया आज उनके बलिदान की सराहना करती
है जिन्होंने ग़रीबों करते हुए अपने प्राण की आहूति दे दी विशेष करके शिक्षा के क्षेत्र
में उन्होंने गरीबों को सामने लाने का अवसर दिया। जेस्विट फादर चेरनी ने आशा व्यक्त
की है कि उनका बलिदान येसु समाजियों तथा समाज सेवियों के लिये एक उदाहरण बनेगा और अधिक
से अधिक लोग गरीबों और ज़रुरतमंदों की सेवा से लिये आगे आयेंगे और मानव मर्यादा की रक्षा
के लिये कार्य कर पायेंगे।