2014-11-07 14:14:26

प्रसिद्ध समाजसेवी सिस्टर शालिनी डीसूज़ा का निधन


पटना, शुक्रवार 7 नवम्बर, 2014 (उकान) घरेलु कामगार आदिवासी महिलाओं तथा व्यावसायिक यौनकर्मियों के अधिकारों के लिये कार्यकरने वाली सिस्टर्स ऑफ़ चैरिटी ऑफ़ नाज़रेथ की सिस्टर शालिनी डीसूज़ा का 6 नवम्बर बृहस्पतिवार का पटना में निधन हो गया।
76 वर्षीय सिस्टर शालिनी कैंसर रोग से पीड़ित थीं। सिस्टर शालिनी की दफ़न क्रिया मोकामा सम्पन्न होगी।
धर्मसमाज की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार सिस्टर शालिनी ने अपने 52 वर्ष के धर्मसमाजी जीवन में भारत के अलावा अमेरिका और नेपाल में गरीबों की सेवा में अपना जीवन बिताया।
गरीबों और ज़रूरतमंदों के लिये उत्साहपूर्वक कार्य करने के लिये विख्यात सिस्टर शालिनी ने दिल्ली में महिलाओं विशेष करके यौन कर्मियों की सुरक्षा और अधिकारों के लिये कार्य किया।
झारखंड की राजधानी राँची में भी उन्होंने आदिवासी महिलाओं को मानव तस्करी से बचाने तथा उनके पुनर्वास के लिये ' जान ' फाउन्डेशन की सहायता प्रेमाश्रय नामक मध्याह्न आवास संस्थान बनवाया।
राँची में मानव तस्करी से मुक्त की गयी आदिवासी महिलाओं के लिये उन्होंने एक कैथरिन स्पाल्डिंग सेंटर संस्थान आरंभ किया आदिवासी घरेलु कामगार महिलायें लाभान्वित हो रही हैं।
सिस्टर शालिनी ने स्कूलों तथा एससीएन धर्मसमाज के कई महत्वपूर्ण पदों के द्वारा कलीसिया की सेवा की। सन् 1983 ईस्वी में उन्हें अपने धर्मसमाज के भारतीय प्रोविंस का प्रोविंशियल बनाया गया था। सन् 1998 ईस्वी में समाज की उप अध्यक्षा बनीं और सन् 2003 में उन्हें धर्मसँघ का सुपीरियर जेनेरल बनाया गया।
सिस्टर शालिनी की मृत्यु से गरीब, प्रताडित और शोषितों ने हमदर्द हमसफ़र खो दिया है।









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