2014-11-04 15:19:39

मलाला ने पुस्कार में प्राप्त रकम को गज़ा के ध्वस्त स्कूल घरों की मरम्मत हेतु दान किया


मंगलवार, 4 नवम्बर 2014 (ए पी)꞉ नोबल शांति पुरस्कार से सम्मानित पाकिस्तान की 17 वर्षीय मलाला जुसुफजाई ने पुस्कार में प्राप्त 50,000 डॉलर को, इस्राएल एवं हमास में हुए संघर्ष के कारण गज़ा में ध्वस्त स्कूल घरों की मरम्मत हेतु दान कर दिया।
पाकिस्तान शरणार्थियों की मदद कर रहे संयुक्त राष्ट्रसंघ के एजेंसी ने जानकारी दी कि जुसुफजाई ने बुधवार को स्टॉकहॉम से जो विश्व बाल पुस्कार के रूप में 50,000 डॉलर प्राप्त किया था उसे गज़ा में संयुक्त राष्ट्र संघ के स्कूलों के पुनःनिमार्ण के लिए अर्पित कर दिया है।
एजेंसी ने कहा कि मलाला ने कहा है कि ‘पाकिस्तानी बच्चे गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के हकदार हैं तथा बिना शिक्षा के शांति कभी स्थापित नहीं की जा सकती है।‘
ज्ञात हो कि दुर्भाग्य से 50 दिनों के संघर्ष के दौरान गज़ा में संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा संचालित दर्जनों स्कूल ध्वस्त कर दिये गये थे।
मलाला शांति का नोबल पुरस्कार जीतने वाली सबसे कम उम्र की बालिका है। वह पहली बार सुर्खियों में वर्ष 2009 में आईं जब 11 साल की उम्र में उन्होंने तालिबान के साए में ज़िंदगी के बारे में गुल मकाई नाम से बीबीसी उर्दू के लिए डायरी लिखना शुरु किया।

मलाला उस वक्त अंतरराष्ट्रीय मीडिया में छा गईं जब चरमपंथियों ने 2012 में उनके सिर में गोली मारी थी। ब्रिटेन में लंबे इलाज के बाद वे ठीक हो पाईं।

कई लोग पाकिस्तानी शिक्षा को लेकर उनकी प्रतिबद्धता और साहस के लिए तारीफ़ करते हैं।








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