2014-10-18 16:05:35

सुसमाचार से लज्जा नहीं


वाटिकन सिटी, शनिवार, 18 अक्तूबर 2014 (वीआर सेदोक)꞉ वाटिकन में ‘परिवार’ विषय पर विश्व धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के अंतिम चरण में सभा की रिर्पोट प्रस्तुत करने, उसका अध्ययन एवं अनुमोदन कर अंतिम रूप देने के पूर्व धर्माध्यक्षों ने पावन ख्रीस्तयाग में भाग लिया।

शनिवार 18 अक्तूबर को प्रातः 9 बजे सम्पन्न इस पावन ख्रीस्तयाग के मुख्य अनुष्ठाता वियेतनाम के महाधर्माध्यक्ष पौल बुई वान डॉक ने प्रवचन देते हुए कहा, ″ मुझे सुसमाचार से लज्जा नहीं। यह ईश्वर का सामर्थ्य है, जो प्रत्येक विश्वासी के लिए-पहले यहूदी और फिर यूनानी के लिए-मुक्ति का स्रोत है।″ (रोम.1꞉16)

उन्होंने कहा कि संत पौलुस सुसमाचार के लिए लज्जित नहीं थे क्योंकि यह क्रूसित ख्रीस्त का प्रचार करता है।
महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि ईश्वर की महिमा क्रूसित ख्रीस्त में प्रकट हुई। जिन्होंने उन पर विश्वास नहीं किया वे नष्ट हो गये किन्तु यहूदी तथा यूनानी जो बुलाये गये हैं उनके लिए ख्रीस्त ईश्वर की शक्ति एवं प्रज्ञा है क्योंकि ईश्वर मनुष्यों की बुद्धिमता से कहीं बढ़कर है।

उन्होंने कहा कि यहाँ समस्या विश्वास की है कि हम उन पर विश्वास करते हैं या नहीं? यदि हम सुसमाचार पर विश्वास करते हैं तो उससे हमें मुक्ति मिलती है।
महाधर्माध्यक्ष पौल ने कहा कि ख्रीस्त हमारी आशा हैं वे हमारे एक मात्र मुक्तिदाता हैं जिन्होंने क्रूसित होकर दुःख भोगा किन्तु हमारे न्याय के लिए पुनः जी उठे और वे हमारे साथ रहते हैं।

उन्होंने कहा कि परिवारिक जीवन में लोगों की एकमात्र आशा ख्रीस्त हैं। ईश्वर जो प्रेमी, दयालु और क्षमाशील हैं उन्होंने अपने को ख्रीस्त द्वारा प्रकट किया है। महाधर्माध्यक्ष पौल प्रश्न करते हुए कहा कि क्या हम ख्रीस्त में सचमुच विश्वास करते हैं?

उन्होंने कहा यदि हम विश्वास करते हैं तो हम उनके प्रेम की शिक्षा को भी स्वीकार करते हैं।
ईश्वर सर्वशक्तिमान हैं किन्तु वे नष्ट नहीं करते, वे जीवन देते हैं, उसी शक्ति से उन्होंने ख्रीस्त को कलवारी पर्वत पर महिमान्वित किया तथा उन्हें पुनजीवित किया।

उन्होंने कहा कि क्या हम ईश्वर की शक्ति पर विश्वास करते हैं या संसार की शक्ति पर, जो जीवन, प्यार तथा मानव परिवार को नष्ट कर देती है। हम जीवन को प्यार करें क्योंकि यह आनन्द एवं खुशी का स्रोत है।









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