वॉशिंगटन, शुक्रवार 17 अक्तूबर, 2014 (सीएनए) अमेरिका के जनप्रतिनिधि क्रिस स्मिथ ने
चीन के लिये काँग्रेस के कार्यकारी आयोग की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा
है कि चीन में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति बदतर हुई है।
उन्होंने कहा चीन में
जो भूमिगत कलीसिया है उसे बर्बरतापूर्ण प्रताड़नाओं का सामना करना पड़ता रहा है पर अब
ऐसी स्थिति है जब राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत कलीसिया को भी धर्मसतावट झेलना पड़ रहा
है।
क्रिस ने कहा कि काथलिक कलीसिया जो देशभक्त रही है उनके गिरजाघरों को भी
ढह दिया रहा है जो अमेरिका के लिये चिन्ता का विषय है।
विदित हो कि स्मिथ और
सेनेटर शेर्रोद ब्राउन ने संयुक्त रूप से टेलेफोनिक कॉन्फ्रेस का आयोजन किया था।
उन्होंने
इस बात को स्पष्ट किया है कि चीनी सरकार ने धार्मिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों का हनन
किया है।
स्मिथ की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सरकारी तंत्र काथलिकों को
बराबर परेशान करते हैं।
कई अन्य घटनाओं के अलावा दो काथलिक पुरोहितों को गिरफ़्तार
किया जाना शामिल है जिन्हें इसलिये पकड़ लिया गया क्योंकि उन्होंने वयस्कों को धर्मशिक्षा
देने का कार्य किया था। उन लोकधर्मियों से जुर्माना लिया गया जिन्होंने पुरोहितों का
साथ दिया। चीनी सरकार ईश्वर, धर्म और धार्मिक क्रिया-कलापों की इतनी विरुद्ध है कि
मौका मिलते ही उन्हें प्रताड़ित करने से नहीं चूकती और उनकी भावनाओं को आघात पहुँचाती
है।