2014-10-15 11:29:39

झाबुआः मध्यप्रदेश में ख्रीस्तीयों पर सन्देह से ख्रीस्तीयों में भड़का रोष


झाबुआ, बुधवार 15 अक्तूबर सन् 2014 (ऊका समाचार): मध्यप्रदेश के ख्रीस्तीयों ने सरकार को एक पत्र लिखकर स्मरण दिलाया है कि ख्रीस्तीय धर्मानुयायी न तो आतंकवादी है और न ही अपराधिक अथवा समाज विरोधी गतिविधियों में संलग्न हैं।

मध्यप्रदेश पुलिस ने झाबुआ स्थित मोक्ष न्यास को एक नोटिस भेजकर यह जानना चाहा था कि उनका समूह आतंकवादी अथवा अपराधिक गतिविधि में तो संलग्न नहीं था। इस नोटिस के बाद मध्यप्रदेश के ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों ने सरकार को उक्त पत्र लिखा।

अलीराजपुर ज़िले के जोबट शहर के स्थानीय प्रशासन ने इससे पहले मोक्ष समूह को, शांति भंग की दलील देकर, ख्रीस्तीयों के एक सम्मेलन के लिये अनुमति देने से इनकार कर दिया था। हाल ही में एक ख्रीस्तीय पुरुष एवं एक हिन्दू स्त्री के बीच विवाह से क्षेत्र में साम्प्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गये थे।

ऑल इन्डिया क्रिस्टियन फ्रंट एवं मोक्ष न्यास ने मिलकर जोबट शहर में 06 से 09 अक्टूबर तक ख्रीस्तीयों के सम्मेलन का आयोजन किया था।

07 अक्टूबर को मोक्ष न्यास के अध्यक्ष कपिल शर्मा से पुलिस ने नाम, पता, पासपोर्ट नम्बर, और साथ ही किसी अपराधिक संगठन से संलग्नता, विदेश से मिलनेवाले अनुदान, संगठन के उद्देश्यों आदि के बारे में जानकारी मांगी थी।

मध्यप्रदेश काथलिक धर्माध्यक्षीय समिति के प्रवक्ता फादर पी.जे. जॉनी ने कहा, "आम तौर पर पुलिस इस प्रकार की कार्रवाई हिन्दू चरमपंथी दलों के दबाव में आकर करती है।" उन्होंने कहा कि ख्रीस्तीयों पर इस प्रकार के नियंत्रण की वजह क्या है तथा ख्रीस्तीयों के सम्मेलन के लिये अनुमति क्यों नहीं दी गई? इसके बारे में उन्हें कुछ पता नहीं है।








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