वाटिकन सिटी, शनिवार, 11 अक्तूबर 2014 (वीआर अंग्रेजी)꞉ काथलिक एवं मेथोडिस्ट कलीसियाओं
के धर्मगुरू, इस सप्ताह असीसी में आयोजित एक संयुक्त बैठक में अंतरराष्ट्रीय आयोग के
साथ भाग लेने हेतु एकत्र होंगे तथा अपनी दो अलग-अलग परम्पराओं में ‘पवित्रता हेतु बुलाहट’
पर चिंतन करेंगे।
ज्ञात हो कि काथलिक एवं मेथोडिस्ट कलीसियाओं के बीच इस धार्मिक
विषय पर बात-चीत वाटिकन द्वितीय महासभा के समापन में आरम्भ हुई थी तथा दोनों क्षेत्रों
के विश्वास एवं उसके अभ्यास का 9 रिर्पोट तैयार किया जा चुके हैं।
वाटिकन सूत्रों
के अनुसार असीसी में होने वाली बैठक 17 तक चलेगी जिसमें आयोग के सदस्य पवित्रता पर स्पष्टीकरण
हेतु एक दस्तावेज़ पर कार्य कर रही है तथा जिसे वर्ष 2016 तक पूरा करने का निश्चय किया
गया है।
कानाडा के धर्माध्यक्ष डॉन बॉलेन तथा इंगलैंड के रेभ. डेविड कपमैन सभा
में काथलिकों की ओर से भाग ले रहे हैं। डेविड ने सभा के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए
वाटिकन रेडियो से कहा, ″इस वार्ता की शुरूआत वाटिकन द्वितीय महासभा के अन्त में शुरू
की गयी जिसमें औपचारिक से प्रथम सभा सन् 1967 ई. में हुई थी तथा मेथोडिस्ट कलीसिया के
लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक वार्ता थी।
मेथोडिस्ट कलीसिया विश्व में प्रोटेस्टेंट
समुदाय से आते हैं किन्तु उनका ऐतिहासिक शुरूआत 'सुधार में सुधार’ लाने की इच्छा से हुई
तथा मेथोडिस्ट कलीसिया की आध्यात्मिकता काथलिक कलीसिया के समान है।
डॉन ने कहा
कि मेथोडिस्ट-काथलिक वार्ता ने हमें आश्चर्य जनक रूप से बढ़ने में मदद किया है यह दोनों
कलीसियाओं के सदस्यों के बीच एकता एवं सद्भावना को बढ़ावा दिया है।