कोबानी, शुक्रवार 10 अक्तूबर, 2014 (बीबीसी) अमरीकी नेतृत्व में किए जा रहे हवाई हमलों
ने तुर्की-सीरिया की सीमा पर स्थित कोबानी शहर को घेरे हुए इस्लामिक स्टेट के चरमपंथियों
को पीछे धकेल दिया है. एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक हवाई हमलों और कुर्द लड़ाकों
के जवाबी हमलों के कारण इस्लामिक स्टेट को पीछे हटना पड़ा है. इससे पहले आई रिपोर्टों
में कहा गया था कि इस्लामिक स्टेट ने कोबानी के एक तिहाई हिस्से पर क़ब्ज़ा कर लिया है. इसी
बीच तुर्की ने इस्लामिक स्टेट के ख़िलाफ़ अकेले ज़मीनी कार्रवाई करने से इंकार कर दिया
है. तुर्की के विदेश मंत्री मैवलुत चावोश्वूलू ने नेटे के नए प्रमुख येंस स्टॉलटनबर्ग
से वार्ता के बाद तुर्की-सीरिया की सीमा पर नो-फ़्लाई बफ़र क्षेत्र बनाने की घोषणा की. नेटो
सदस्य देश तुर्की सीमा पर जेहादियों की आवाजाही रोकने के लिए एक सुरक्षित सीमा क्षेत्र
बनाना चाहता है. कल रात की लड़ाई के बाद निगरानी समूह सीरियन ऑब्ज़रवेट्री फ़ॉर ह्यूमन
राइट्स ने विश्वस्नीय सूत्रों के हवाले से कहा था कि इस्लामिक स्टेट ने शहर के एक तिहाई
हिस्से पर नियंत्रण कर लिया है और केंद्रीय और पूर्वी ज़िलों की ओर आगे बढ़ रहा है. हालांकि
कुर्द अधिकारियों के हवाले से आ रही रिपोर्टों में कहा गया कि शहर का बड़ा हिस्सा उनके
नियंत्रण में हैं. अब एक वरिष्ठ स्थानीय अधिकारी इदरीस नस्सान ने बीबीसी से कहा, "हवाई
हमलों और हमारे विशेष सैन्य दस्तों ने उन्हें पीछे खदेड़ दिया है और कोबानी का एक तिहाई
हिस्से पर उनका नियंत्रण नहीं है."
मौके के हालात तुर्की-सीरिया सीमा पर मौजूद
बीबीसी संवाददाता वइल-अल-हज्जार के मुताबिक कोबानी शहर के पूर्वी हिस्से से धुआँ उठ रहा
है. रिपोर्टों के मुताबिक इस्लामिक स्टेट इमारतों को आग लगा रहा है ताक़ि धुएँ की
परत हवाई हमलों से बचा सके. शहर के पश्चिमी हिस्सों में हवाई हमले जारी हैं. इस्लामिक
स्टेट के नियंत्रण वाले मिस्तानौर पर्वत से लगातार धुआँ उठ रहा है. कोबेन में मौजूद
कुर्द अधिकारियों का कहना है कि उनकी लड़ाकों ने इस्लामिक स्टेट को भारी नुक़सान पहुँचाया
है. लेकिन अभी भी इस्लामिक स्टेट का बड़ा काला झंडा पूर्वी कोबानी में एक छोटे पर्वत
और एक इमारत पर अभी भी फहरा रहा है.