सिलहेत, बाँग्लादेश, सोमवार 6 अक्तूबर, 2014 (एशियान्यूज़) बाँग्लादेश धर्माध्यक्षीय
समिति के अध्यक्ष मान्यवर बेजोय डीक्रूज ने मुसलमानों के पर्व ईद-अल-अदहा (बलिदान का
त्योहार) के अवसर उन्हें शुभकामनायें देते हुए कहा कि ख्रीस्तीय और मुस्लिम दोनों समुदाय
नबी अब्राहम का सम्मान करते हैं। आज ज़रूरत है इसी सामुहिक सम्मान के साथ एक – दूसरे
से प्रेम करने का रास्ता खोजें। महामान्यवर धर्माध्यक्ष बेजोय ने कहा कि त्योहार हमें
यह शिक्षा प्रदान करता है कि हम अपनी संतान परिजनों, पड़ोसियों, ग़रीबों और ज़रूरतमंदों
की सेवा करें। उन्होंने कहा कि ईद-अल अदहा के समय कुर्बानी करते हैं अर्थात् पशुओं
का बलि चढ़ाते हैं। इस बलिदान को तीन भागों में बाँटा जाता है एक भाग अपने लिये, दूसरा
भगवान के लिये और तीसरा ज़रूरतमंदों के लिये। धर्माध्यक्ष ने कहा कि हम इस नबियों
पवित्र धर्मग्रंथ, बलिदान, क्षमा और दूसरों के लिये अच्छी इच्छा रखने पर पूर्ण विश्वास
करते हैं। हमारी इच्छा है कि युद्ध और संघर्ष समाप्त हो और प्रत्येक व्यक्ति के चेहरे
पर मुस्कान लौट आये