संत पापा फ्राँसिस को, विश्वासियों ने हार्दिक शुभकामनाएँ अर्पित की
वाटिकन सिटी, शनिवार, 4 अक्तूबर 2014 (वीआर सेदोक)꞉ इटली के संरक्षक, संत फ्राँसिस असीसी
के पर्व दिवस शनिवार 4 अकटूबर को, उनके नाम पर खुद का नामकरण करने वाले संत पापा फ्राँसिस
को, विश्वासियों ने हार्दिक शुभकामनाएँ अर्पित कीं।
फ्रायर मैनर धर्मसमाज के
मिनिस्टर जेनेरल मोनसिन्योर जोसे रोडरीगज़ कारबाल्लो ने वाटिकन रेडियो से कहा, ″असीसी
के संत प्राँसिस ने स्वयं ख्रीस्त से यह मिशन प्राप्त किया है कि वह कलीसिया की मरम्मत
करे तथा कलीसिया की मरम्मत सुसमाचार के अनुसार जीवन जी कर की जा सकती है। संत पापा फ्राँसिस
आज यही कह रहे हैं येसु को अपने जीवन के केंद्र में रखें क्योंकि सुसमाचार एक किताब नहीं
किन्तु स्वयं येसु हैं।″
उन्होंने कहा कि संत पापा के इस आह्वान के कारण कलीसिया
में सुसमाचार की रौनक बढ़ी है। उन्होंने कहा कि येसु ख्रीस्त गरीबों एवं हाशिये पर जीवन
यापन करने वालों पर विशेष ध्यान देते थे। संत पापा फ्राँसिस भी उन्हीं की तरह हमसे बाहर
निकलने का आग्रह करते हैं ताकि हम गरीबों और असहय लोगों के पास जाकर उनकी सहायता करें।
वही सच्चा सुसमाचार प्रचार है।
मिनिस्टर जेनेरल ने संत फ्राँसिस असीसी द्वारा
स्थापित धर्मसमाज के सदस्यों के मिशन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके मिशन के तीन मुख्य
आयाम हैः न्याय, शांति और सृष्टि। न्याय द्वारा व्यक्ति के अधिकार की कद्र की जाती है
जो एक बड़ा मिशन है। शांति स्थापना मेल-मिलाप की प्रेरिताई है। यह ईश्वर, पड़ोसी तथा
सृष्टि के बीच मेल-मिलाप बनाये रखना है। तीसरा आयाम है सृष्टि जिसकी रक्षा करना। ईश्वर
द्वारा सृजित जीवों को ईश्वर से अलग नहीं करना किन्तु उन्हें जोड़ने में मदद करना।