एम. एस. डब्ल्यू के विद्यार्थियों द्वार बाढ़ पीड़ित लोगों की सहायता
भारत, शुक्रवार 3 अक्तूबर 2014 (ऊकान)꞉ असम स्थित डॉन बोस्को बायो टेक्नोलोजी विश्वविद्यालय
के विद्यार्थियों ने बाढ़ पीड़ित लोगों की मदद हेतु 2 अक्तूबर को बोको के ग्रामीण क्षेत्र
की ओर प्रस्थान किया। विगत दिनों पूर्वी भारत में आयी भयंकर बाढ़ के कारण कई गाँव
गंभीर रूप से प्रभावित हुए जिनकी मदद हेतु असम स्थित डॉन बोस्को विश्वविद्यालय के विद्यार्थी
पूजा छुट्टी से लौटने के बाद बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की ओर गये।
ऊका समाचार के
अनुसार बाढ़ पीड़ित लोगों की राहत सेवा एवं पुनर्वास में मदद हेतु विद्यार्थी तथा विभाग
तीन दलों में विभक्त हैं। उनमें से दो दलों के विद्यार्थी भोजन, कपड़े तथा दवाई आदि के
वितरण का कार्य शिलोंग और गुवाहाटी में कर रहे हैं जब कि तीसरा दल राहत शीविरों में जाकर
बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रहा है।
गाँव के लोगों ने बाढ़ में अपना सबकुछ खो दिया
है। बारह मकान बिलकुल ध्वस्त हो चुके हैं। वहाँ मदद की आवश्यकता है उस क्षेत्र में प्रलय
जल द्वारा बहाकर लाये गये कचरे को साफ करना, बांस की लकड़ी जमा करना तथा लोगों के रहने
लायक जगह तैयार करना अनिवार्य है। बच्चों के लिए स्कूलघर तथा किताबों का प्रबंध करना
भी आवश्यक है ताकि वे आगामी परीक्षा की तैयारी कर सकें।
एम. एस. डब्ल्यू विभाग
के फादर जोसे करीपादाम के निर्देशन में विद्यार्थियों ने 28 सितम्बर को हाहिम क्षेत्र
का दौरा किया था।
एम. एस. डब्ल्यू विभाग के प्रोफएसर डॉ. राजू शर्मा के निर्देशन
में गठित विद्यार्थियों के दो दल शिलोंग एवं गुवाहटी में राहत कायों एवं आवास निर्माण
कार्यों में पीड़ितों की मदद कर रहे हैं। जबकि श्री विक्टर नाज़री के निर्देशन में गठित
तीसरा दल विश्वविद्यालय से 65 किलो मीटर दूर हाहिम के राहत शिविरों में लोगों की सहायता
कर रहा है।