नई दिल्लीः पाँच में से एक भारतीय किशोरी यौन शोषण का शिकार, रिपोर्ट
नई दिल्ली, बुधवार, 01 अक्टूबर सन् 2014 (ऊका समाचार): नई दिल्ली में मंगलवार को संयुक्त
राष्ट्र संघीय बाल निधि यूनीसेफ ने एक रिपोर्ट प्रकाशित कर बताया कि पाँच में से एक भारतीय
किशोरी यौन शोषण का शिकार बनती है।
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे के हवाले
से यूनीसेफ की रिपोर्ट में बताया गया कि 15 से 19 वर्ष की आयु वाली 4.5 प्रतिशत लड़कियाँ
बलात यौन सम्बन्ध तथा अन्य प्रकार के बलात यौन कृत्यों के लिये बाध्य की जाती हैं जिनमें
से 77 प्रतिशत मामलों में यौन हिंसा का ज़िम्मेदार लड़की का पति या साथी होता है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि तीन विवाहित अथवा साथ जीवन बितानेवाली लड़कियों
में एक यानि 34 प्रतिशत लड़कियाँ अपने पति या साथी द्वारा शारीरिक, यौन अथवा भावात्मक
हिंसा की शिकार बनाई जाती हैं।
15 से 19 वर्ष की उम्र वाली विवाहित लड़कियों
में 10 में से एक यौन हिंसा की शिकार बनी है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि पचास प्रतिशत
लड़के और लड़कियाँ पति द्वारा पत्नी की पिटाई को उचित ठहराते हैं।
यूनीसेफ इन्डिया
की डोरा जूस्ती ने कहाः "हिंसा और, विशेष रूप से, यौन हिंसा के बारे में बात करना कलंक
माना जाता है इसलिये पीड़ित लड़कियाँ प्रायः शिकायत नहीं करती।"