मंडला, मंगलवार, 30 सितम्बर सन् 2014 (ऊका समाचार): मध्यप्रदेश के मंडला ज़िले के एक
गाँव में विगत सप्ताहान्त एक ख्रीस्तीय गिरजाघर पर हुए हमले की पुलिस जाँच पड़ताल कर
रही है।
मध्यप्रदेश पुलिस का कहना है कि गाँव के गिरजाघर में आगज़नी के ज़िम्मेदार
संदिग्धों की वह तलाश कर रही है। गिरजाघर केरल स्थित एक ख्रीस्तीय सम्प्रदाय का आराधना
स्थल है जो शुक्रवार को क्षतिग्रस्त पाया गया।
गिरजाघर के पादरी राजेश पार्थे
ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार प्रातः जब भक्त समुदाय प्रार्थना के लिये एकत्र हुआ तब
गिरजाघर के अन्दर बाईबिल की प्रति जली हुई मिली, कालीन भी भस्म कर दी गई थी तथा संगीत
वाद्य एवं आराधना की पवित्र वस्तुएँ यहाँ वहाँ बिखरी पड़ी थीं।
पादरी पार्थे
ने बताया कि आग इतनी शक्तिशाली थी कि गिरजाघर की दीवारें भी भस्म होकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त
हो गई हैं। उन्होंने बताया कि हमलावरों ने गिरजाघर के प्राँगण में प्रस्थापित तीन क्रूस
की मूर्तियों को भी तोड़ डाला। मानवाधिकार समूहों का आरोप है कि मध्यप्रदेश उन राज्यों
में शामिल है जहाँ अल्पसंख्यकों को पर्याप्त सुरक्षा नहीं मिलती है। कलीसियाई नेताओं
का यह भी आरोप है कि सन् 2003 में राज्य में भारतीय जनता पार्टी का शासन आ जाने के बाद
से ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों एवं उनके आराधना स्थलों पर हिन्दु चरमपंथियों ने कई हमले
किये हैं।
मध्यप्रदेश ईसाई महासंघ के जेरी पॉल ने कहाः "भाजपा के सत्ता में आ
जाने के बाद के दशक में ख्रीस्तीय समुदाय पर इस प्रकार के कम से कम 200 हमले रिकॉर्ड
किये गये हैं। इनके अतिरिक्त कई ऐसे मामले हैं जिनके विरुद्ध शिकायत नहीं की गई।"
स्थानीय
पुलिस ने मंडला गिरजाघर में आगज़नी के लिये ज़िम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी के लिये 15,000
रुपये ईनाम की भी घोषणा की है।