तिरानाः दमनकाल के बावजूद अलबानियाई लोगों ने अपने सांस्कृतिक मूल्यों को रखा बरकरार,
सन्त पापा फ्राँसिस
तिराना, 22 सितम्बर सन् 2014 (सेदोक): अलबानिया की एक दिवसीय यात्रा से लौटते समय पत्रकारों
से बातचीत के दौरान रविवार, 21 सितम्बर को सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि साम्यवादी तानाशाही
काल के दमनचक्र के बावजूद अलबानिया के लोगों ने अपने सुन्दर सांस्कृतिक मूल्यों को बरकरार
रखा है।
उन्होंने कहा कि दशकों तक अलबानिया के लोगों ने नास्तिकतावादी साम्यवादी
शासनकाल की बर्बरता को सहा किन्तु अपनी महान संस्कृति से नाता नहीं तोड़ा और ऐसा करने
के कारण अलबानिया आज केवल सहिष्णुता का ही नहीं अपितु विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच
साहचर्य एवं भाईचारे का आदर्श बन गया है।