2014-09-22 14:53:52

अच्छाई हमें सभी अच्छाईयों के स्रोत ईश्वर के करीब लाता है


वाटिकन सिटी, सोमवार, 22 सितम्बर 2014 (वीआर सेदोक)꞉ संत पापा फ्राँसिस ने 21 सितम्बर को अल्बानिया के तिराना से करीब 18 मील की दूर स्थित बेथानिया केंद्र के बच्चों एवं अन्य चैरिटी केंद्रों को स्वयंसेवकों से मुलाकात की।

संत पापा ने कहा, ″यह एक ऐसा केंद्र है जहाँ सदस्य विश्वास में मजबूत होते हैं। उन्हें विश्वास में बढ़ने हेतु मदद मिलती है क्योंकि यहाँ विश्वास के कारण उदारता का अभ्यास किया जाता है। हमें ज्ञात है कि विश्वास कठिन से कठिन परिस्थिति में भी आशा का दीप जलाता है। येसु का वह कथन कितना हृदय स्पर्शी है और हमारे विश्वास को बढ़ा देता है जिसमें वे कहते हैं, ″जो इन नन्हों में से किसी एक का स्वागत करता है वह मेरा स्वागत करता है।″

संत पापा ने कहा कि विश्वास के कारण किया गया सेवा कार्य, ऐसा कार्य है जो सभी प्रकार की उदासीनता, अविश्वास तथा निष्ठुरता के पहाड़ को भी हटा कर भलाई हेतु हृदय का द्वार खोल सकती है। अपने बीच में से सबसे निम्न व्यक्ति की विनम्र एवं सादगी पूर्ण सेवा, सुसमाचार की उद्घोषणा है जो यह प्रकट करती है कि येसु जी उठे हैं तथा हमारे बीच निवास करते हैं।

संत पापा ने बेथानिया केंद्र के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि यह केंद्र प्रदर्शित करता है कि शांति और भाईचारे की भावना लिए विभिन्न धर्म और जाति के लोगों का एक साथ जीना सम्भव है। उन्होंने कहा, ″विविधता सद्भाव, खुशी और शांति को लोगों के बीच से हटा नहीं सकता किन्तु उन्हें आपसी समझदारी में बढ़ने हेतु उत्तम अवसर प्रदान करता हैं।″

अच्छाई अपने आप में एक वरदान है जो हमें सभी अच्छाईयों के स्रोत ईश्वर के करीब लाता है। यह हमें उनकी प्रेम योजना के आलोक में उनके समान अपने जीवन को देखने और विचार के लिए मदद करती है। संत पापा ने कहा कि भले जीवन का रहस्य प्रेम करने एवं प्रेम के खातिर अर्पित करने में निहित है। उदारता पूर्वक देने की शक्ति यही है।

संत पापा ने बेथानी केंद्र को धन्य कँवारी मरिया के हार्थों सिपुर्द किया तथा उनके सुकार्य में आगे बढ़ने हेतु प्रोत्साहन दिया ।








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