वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 19 सितम्बर 2014 (वीआर अंग्रेजी)꞉ यूरोप में मनाये जाने वाले
द्वितीय काथलिक सामाजिक दिवस के अवसर पर संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार 19 सितम्बर को
एक संदेश दिया। वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पीयेत्रो परोलिन ने मड्रीड में एकत्रित
200 प्रतिनिधियों के नाम एक पत्र प्रेषित कर, संत पापा का संदेश जारी किया।
संत
पापा ने संदेश में लिखा, ″यूरोपीय कलीसिया में एक बड़ी चुनौती है कि यूरोपीय महाद्वीप
में प्रभावशाली मुद्दों के बीच किस प्रकार सुसमाचार की ज्योति को प्रभावी ढंग से लोगों
के बीच फैलाया जाय, जिसमें युवा बेरोजगारी की महामारी और लोकप्रियता का उठता ज्वर प्रमुख
समस्याएँ हैं।
मड्रीड में 21 सितम्बर तक एकत्र, 200 प्रतिनिधियों को सम्बोधित
कर संत पापा ने अपने पत्र में प्रोत्साहन देते हुए लिखा कि वे अपनी पवित्रता की खोज हेतु
व्यक्तिगत प्रार्थना एवं मन-परिवर्तन का मार्ग अपनाएँ समाज के विभिन्न हिस्सों में वे
विश्वास का सानन्द साक्ष्य प्रस्तुत करें जो लोगों को यह समझने में मदद करे कि संसार
की वस्तुएँ तथा समाज के नियम मानव व्यक्ति की सेवा के लिए होना चाहिए जिसका अंतिम लक्ष्य
ईश्वर हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी देश का अर्थव्यवस्था एवं उनके सामाजिक निकाय को मानव
व्यक्ति की सेवा पर केंद्रित होना चाहिए।
संत पापा ने अपने संदेश में उन बातों
पर भी लोगों का ध्यान खींचा है कि कलीसिया पीड़ितों की भौतिक आवश्यकताओं पर भी हमारा
ध्यान आकृष्ट करती है कि हम उनकी आवश्यक मदद द्वारा सत्य की घोषणा कर सकें तथा उन्हें
यह बतला सकें कि अंनन्त जीवन के लिए भूखे और प्यासे व्यक्ति की मुक्ति सुनिश्चित है।″