वाटिकन सिटीः कार्डिनल सान्द्री ने याद किया ईराक एवं मध्यपूर्व के उत्पीड़ित ख्रीस्तीयों
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वाटिकन सिटी, शुक्रवार 12 सितम्बर सन् 2014 (सेदोक): पूर्वी रीति की कलीसियाओं की प्रेरिताई
हेतु गठित परमधर्मपीठीय परिषद के अध्यक्ष कार्डिनल लेओनार्दो सान्द्री ने ईराक एवं मध्यपूर्व
के उत्पीड़ित ख्रीस्तीयों की याद कर उनके लिये प्रार्थानाओं की अपील की है।
शुक्रवार
को वाटिकन में इस वर्ष नियुक्त धर्माध्यक्षों की आमसभा के उपलक्ष्य में कार्डिनल महोदय
ने ख्रीस्तयाग अर्पित किया तथा ईराक एवं मध्यपूर्व के ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों के लिये
विशेष प्रार्थनाओं का आह्वान किया।
उन्होंने कहा, "इस ख्रीस्तयाग में हम विश्व
के उन सब लोगों को याद करें जो ख्रीस्तीय विश्वास के कारण सताये जा रहे हैं। विशेष रूप
से, ईराक में जीवन यापन करनेवाले ख्रीस्तीयों के लिये हम प्रार्थना करें जहाँ निनिवे
क्षेत्र में निवास करनेवाले हमारे भाइयों एवं बहनों के घरों पर "नाज़रीन" शब्द अंकित
कर दिया गया है तथा जिन्हें अपने घरों का परित्याग कर अन्यत्र पलायन के लिये बाध्य किया
जा रहा है।"
सभी नवनियुक्त धर्माध्यक्षों का उन्होंने अभिवादन करते हुए कहाः
"लातीनी रीति के धर्माध्यक्षों का मैं अभिवादन करता हूँ और साथ ही पूर्वी रीति की कलीसियाओं
और, विशेष रूप से ईराक की खलदेई कलीसिया के धर्माध्यक्षों के प्रति भाई-सुलभ प्रेम की
अभिव्यक्ति करता हूँ जो इन दिनों पिता अब्राहम की भूमि में व्याप्त जटिल परिस्थितियों
में ख्रीस्तीय धर्मानुयायों के समीप हैं, उनकी सहायता के प्रयास कर रहे हैं तथा उनके
लिये सान्तवना का स्रोत बन रहे हैं।"
कार्डिनल महोदय ने कहा कि सर्वत्र संघर्षों
की पृष्ठभूमि में यह प्रश्न मन में उठता है कि क्या हम यह भूल गये हैं कि प्रभु येसु
ख्रीस्त ही जीवन जल हैं। उन्होंने कहा कि यह बात हम सब पर लागू होती है। हमें अपने आप
से प्रश्न करना चाहिये कि क्या हम सांसारिक वस्तुओं एवं सत्ता के पीछे भाग रहे हैं अथवा
अनन्त जीवन की खोज में लगे हैं? नवनियुक्त धर्माध्यक्षों से उन्होंने अनुरोध किया कि
वे सत्ता एवं नाम कमाने के लिये कभी अपने पद का दुरुपयोग न करें बल्कि येसु के मरण एवं
पुनःरुत्थान में विश्वास कर अपने रेवड़ की रखवाली के प्रति सदैव समर्पित रहें।