वाटिकन सिटीः 22 वें ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक अन्तरराष्ट्रीय शांति सम्मेलन को सन्त पापा
का सन्देश
वाटिकन सिटी, बुधवार, 03 सितम्बर सन् 2014 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने ख्रीस्तीय
धर्मानुयायियों से आग्रह किया है कि युद्ध एवं संघर्ष से परिपूर्ण विश्व में वे सुसमाचारी
शांति के साक्षी बनें।
इटली के बियेल्ला प्रान्त स्थित बोसे में 03 से 06 सितम्बर
तक ऑरथोडोक्स आध्यात्मिकता का 22 वाँ ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन जारी
है, जिसका विषय हैः "धन्य हैं वे जो शांति निर्माता हैं।"
यह सम्मेलन ख्रीस्तीय
ऑरथोडोक्स कलीसियाओं के सहयोग से बोसे लोकधर्मी काथलिक समुदाय द्वारा आयोजित किया गया
है।
प्रतिवर्ष आयोजित उक्त सम्मेलन का उद्देश्य शांति सम्बन्धी सुसमाचारी शिक्षा
पर चिन्तन करना तथा विश्व के स्त्री पुरुषों के बीच पुनर्मिलन एवं शांति की स्थापना हेतु
ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों से योगदान का आग्रह करना है।
सन्त पापा फ्राँसिस की
ओर से वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पियेत्रो पारोलीन ने बोसे में जारी उक्त सम्मेलन को
प्रेषित एक सन्देश में कहाः "शांति एवं पुनर्मिलन की स्थापना के इच्छुक सभी लोगों का
सन्त पापा अभिवादन करते तथा आशा करते हैं कि आपका तीन दिवसीय विचार विमर्श मानवजाति के
हित में फलदायी सिद्ध हो।"
उन्होंने लिखाः "सन्त पापा ऑरथोडोक्स आध्यात्मिकता
पर बोसे समुदाय द्वारा प्रायोजित 22 वें अन्तरराष्ट्रीय एकतावर्द्धक सम्मेलन में भाग
ले रहे सभी प्रतिभागियों एवं आयोजकों का अभिवादन करते तथा इस पहल की सफलता हेतु हार्दिक
शुभकामनाएँ अर्पित करते हैं। वे आशा करते हैं कि विचार विमर्श एवं अध्ययन के ये दिन इस
तथ्य के प्रति चेतना जाग्रत कर सकें कि यथार्थ भ्रातृत्व भाव में येसु ख्रीस्त द्वारा
घोषित शांति के अनुकूल जीवन यापन करना सम्भव है क्योंकि भाईचारे से ही संघर्षों की समाप्ति
होती, मतभेद दूर होते तथा आशा उत्पन्न होती है। काथलिक कलीसिया एवं उसकी प्रेरिताई के
लिये प्रार्थना का आग्रह करते हुए सन्त पापा फ्राँसिस सभी लोगों पर ईश्वर के आशीर्वाद
की मंगलयाचना करते हैं।"