नई दिल्लीः ख्रीस्तीयों ने हिन्दुओं पर बलात धर्मान्तरण का लगाया आरोप
नई दिल्ली, 01 सितम्बर सन् 2014 (ऊका समाचार): इस बीच, उत्तरप्रदेश से प्राप्त समाचारों
के अनुसार विगत सप्ताह हिन्दू चरमपंथियों ने सेवेन्थ डे एडवेन्टिस्ट ख्रीस्तीय सम्प्रदाय
के 72 ख्रीस्तीयों का बलात हिन्दू धर्म में धर्मान्तरण कर दिया है।
मीडिया रिपोर्टों
में कहा गया था कि अलीगढ़ ज़िले के आसरोई गाँव में विगत मंगलवार को 72 ख्रीस्तीयों को
हिन्दू बनाया गया। रिपोर्टों में यह भी कहा गया कि मूलतः ये लोग हिन्दू थे किन्तु सन्
1995 में उन्होंने ख्रीस्तीय धर्म का आलिंगन कर लिया था।
भारत के अनेक ख्रीस्तीय
नेताओं ने आरएसएस हिन्दू चरमपंथी संगठन पर बलात धर्मान्तरण का आरोप लगाकर राज्य सरकार
से विगत सप्ताह के धर्मान्तरण कार्यक्रम की पूर्ण जाँच पड़ताल का आग्रह किया है।
ग़ौरतलब
है कि भारत में धर्मान्तरण ग़ैरकानूनी है।
राष्ट्रीय एकीकरण परिषद के सदस्य एवं
ख्रीस्तीय नेता जॉन दयाल ने ऊका समाचार से कहाः "किसी भी धर्म को अपनाना नागरिकों का
अधिकार है किन्तु इस तरह बड़े पैमाने पर धर्मान्तरण का अर्थ है राजनैतिक, सामाजिक एवं
शारीरिक ज़बरजस्ती एवं हिंसा की धमकी।"
धर्मान्तरण का समाचार सुन आसरोई के प्रॉटेस्टेण्ट
पादरी ने भयवश गिरजाघर को ताला लगा दिया किन्तु हिन्दु चरमपंथियों ने गिरजाघर के प्राँगण
में हिन्दू पूजा पाठ किया। ऊका समाचार से पादरी ई. लाकरा ने कहाः "हमने गिरजाघर में ताला
लगा दिया है इसलिये गिरजाघर अभी भी हमारे कब्ज़े में है।"
मीडिया की उन रिपोर्टों
का उन्होंने खण्डन किया जिनमें कहा गया था कि गिरजाघर को मन्दिर में परिणत कर दिया गया
है।
आरएसएस ने बलात धर्मान्तरण के आरोप से इनकार कर कहा है कि ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों
ने ख़ुद हिन्दू धर्म में आने का आग्रह किया था।