पश्चिम बंगालः राष्ट्रपति ने की पश्चिम बंगाल में कलीसिया की सराहना
पश्चिम बंगाल, 27 अगस्त सन् 2014 (ऊका समाचार): भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने
रविवार को पश्चिम बंगाल स्थित पलसान्दा में काथलिक कलीसिया द्वारा स्थापित दया द्वार
मिनी हॉस्पिटल की आधार शिला रखी तथा देश के उत्थान में काथलिक कलीसिया के योगदान की सराहना
की।
पलसान्दा में काथलिक कलीसिया द्वारा आदिवासियों के उत्थान हेतु संचालित योजनाओं
की राष्ट्रपति ने प्रशंसा की और कहा, "मातृत्व एवं बाल मृत्यु दर, शिक्षा की उपलभ्यता
तथा कृषि आदि जोत क्षेत्रों में आदिवासी समुदाय आम जनता से बहुत पीछे हैं। पंचवर्षीय
योजनाओं में आदिवासियों के लिये विशेष प्रावधानों के बावजूद वे अब भी विकास का पूरा लाभ
नहीं उठा पायें हैं और इसके लिये हमारी ख़राब वितरण प्रणाली ज़िम्मेदार है।"
उन्होंने
कहा, "भारत को अपने खनिज एवं वन संसाधनों से लाभान्वित होने की ज़रूरत है किन्तु इससे
हज़ारों आदिवासी विस्थापित हो जाते हैं तथा प्रायः उनके पुनर्वास की उचित व्यवस्था नहीं
हो पाती है। इस स्थिति में, काथलिक कलीसिया द्वारा शिक्षा, चिकित्सा और सामाजिक कल्याण
के क्षेत्र में संचालित योजनाएँ वास्तव में सराहनीय है।"
पलसान्दा में काथलिक
कलीसिया द्वारा संचालित पाँच इंगलिश मीडियम स्कूलों एवं छात्रावासों तथा अनेक चिकित्सालयों
एवं सुधार गृहों का राष्ट्रपति महोदय ने विशेष ज़िक्र किया और कहा कि यह सराहनीय है कि
काथलिक कलीसिया के मिशनरी केवल शिक्षा के क्षेत्र में ही नहीं अपितु मानव के अखण्ड विकास
के लिये बहुमुखी कार्यक्रम चला रहे हैं।
उन्होंने कहा, "मानवजाति की सेवा ईश्वर
की सेवा है तथा पड़ोसी प्रेम जैसे ख्रीस्तीय धर्म की शिक्षाएँ भारतीय सभ्यता के अनिवार्य
मूल्यों को बल प्रदान करती है।" इस क्षेत्र में, उन्होंने कहा, "काथलिक कलीसिया लोगों
की सेवा, देश की सेवा एवं ईश्वर की सेवा हेतु अन्यों के लिये प्रेरणा का स्रोत है।"