2014-08-20 12:28:22

नई दिल्लीः एमनेस्टी इन्टरनेशल ने ईरोम शर्मिला की रिहाई को सराहा


नई दिल्ली, बुधवार, 20 अगस्त सन् 2014 (ऊका समाचार): अन्तराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इनटरनेशनल की भारतीय शाखा ने ईरोम शर्मिला की रिहाई पर सन्तोष व्यक्त किया है।

मंगलवार को एमनेस्टी इनटरनेशनल ने कहा कि 13 वर्षों से भूख हड़ताल कर रहीं भारत की मानवाधिकार कार्यकर्त्ता ईरोम शर्मिला की रिहाई कानूनन एवं नैतिक विजय है।

मंगलवार को मनीपुर की एक अदालत ने ईरोम शर्मिला को रिहा करने का आदेश दिया था जो उत्तरपूर्व राज्यों में शस्त्र बलों के विशिष्ट अधिकार अधिनियम (एएफएसपीए) को रद्द करने के लिये विगत 13 वर्षों से अनशन पर हैं।

अदालत ने अपने निर्णय में कहा कि अधिकारी यह स्थापित करने में विफल रहे हैं कि शर्मिला आत्महत्या करना चाहती थीं। अदालत ने कहा कि उनका विरोध वैधानिक माध्यमों द्वारा की जा रही एक राजनैतिक मांग है।

एमनेस्टी इनटरनेशनल ने कहा कि अदालत का फैसला स्पष्ट दर्शाता है कि शर्मिला की भूख हड़ताल मानवाधिकारों के अतिक्रमण के विरुद्ध किया जा रहा शक्तिशाली विरोध है।

42 वर्षीय ईरोम शर्मिला 04 नवम्बर सन् 2000 से भूख हड़ताल पर हैं। पहली नवम्बर सन् 2000 को इम्फाल हवाईअड्डे पर असम राईफल नाम से पहचाने जानेवाले अद्धसैन्य बल के सैनिकों ने एक बस स्टॉप पर खड़े 10 नागरिकों पर गोलियाँ चला दी थीं। इसी के विरोध में ईरोम शर्मिला का अनशन विगत 13 वर्षों से जारी है।








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