कलीसिया को लोकधर्मियों के विश्वसनीय गवाहों की आवश्यकता
कोत्तोन्ये, शनिवार, 16 अगस्त 2014 (वीआर सेदोक)꞉ संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 16 अगस्त
को कोत्तोन्ये स्थित आध्यात्मिक केंद्र में कोरिया के लोकधर्मी विश्वासी समुदाय के प्रतिनिधियों
से मुलाकात की तथा उन्हें धन्यवाद एवं शुभकामनाएँ अर्पित की। उन्होंने कहा, ″कोरिया
की कलीसिया का निर्माण पुरोहितों की कमी और गंभीर उत्पीड़न के बावजूद वहाँ के लोकधर्मियों
की विश्वासी पीढ़ी द्वारा ख्रीस्त के प्यार को सुरक्षित रखने के कारण हुई।″ यह अनमोल
विरासत विश्वास, उदारता और सेवा द्वारा सजीव है। संत पापा ने कहा, ″सदा की तरह
आज भी सुसमाचार के सत्य की रक्षा हेतु कलीसिया को लोकधर्मियों के विश्वसनीय गवाहों की
आवश्यकता है। पवित्रता एवं हृदय परिवर्तन की शक्ति तथा मानव परिवार में एकता, न्याय और
शांति स्थापित कर सच्ची गवाही प्रस्तुत की जा सकती है। हम जानते हैं कि कलीसिया का एक
खास मिशन है तथा सभी बपतिस्मा प्राप्त सदस्यों को इस मिशन का हिस्सा बनना है। लोक धर्मी
के रूप में आपके सहयोग सराहनीय है। विशेषकर, कई लोग समाज में ग़रीबों एवं जरूरतमंद
लोगों की मदद हेतु संलग्न हैं। कोरिया के प्रथम ख्रीस्तीयों का उदाहरण दर्शाता है कि
उन्होंने विश्वास के फलस्वरूप संस्कृति एवं सामाजिक भेदभाव का ख्याल किये बिना भाई-बहनों
के साथ ठोस एकात्मता प्रदर्शित की। संत पापा ने उन लोगों के प्रति गहन आभार व्यक्त
किया जिन्होंने अपने कार्यों एवं साक्ष्य द्वारा समाज से बाहर जीवन यापन करने वाले लोगों
के लिए ख्रीस्त की सुखदायक उपस्थिति प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि यह कार्य लोकोपकारी
सहायता तक ही सीमित न हो किन्तु उनके मानव विकास पर भी विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए जिससे
कि सभी लोग उस आनन्द का अनुभव कर सकें जो दैनिक जीवन के परिश्रम के बाद परिवार का भरण-पोषण
करने की प्रतिष्ठा से आती है। संत पापा ने कलीसिया की प्रेरिताई में महिलाओं की भूमिका
को महत्वपूर्ण बतलाया क्योंकि वे परिवार में अपना अनुपम योगदान देकर ख्रीस्तीय समुदाय
और समाज की विशेष सेवा करती हैं। उन्होंने सभी लोक धर्मी प्रेरितिक कार्यकर्ताओं से अपील
की कि वे अपने पुरोहितों एवं धर्माध्यक्षों के साथ पूर्ण एकता के साथ सहयोग करें।