2014-08-12 12:15:48

पटनाः हिन्दी भाषी धर्माध्यक्षों का सम्मेलन शुरु


पटना, 12 अगस्त सन् 2014 (ऊका समाचार): पटना के दीघा में, मंगलवार को, हिन्दी भाषी धर्माध्यक्षों का तीन दिवसीय सम्मेलन शुरु हुआ जिसमें हिन्दी भाषा में ख्रीस्तयाग पुस्तक एवं सामान्य उत्कंठाओं पर विशद विचार विमर्श हो रहा है।

टाईम्स ऑफ इन्डिया से पटना के महाधर्माध्यक्ष तथा उक्त सम्मेलन के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष विलियम डिसूज़ा ने कहा कि धर्मविधिक पाठों की भाषा में सुधार पर विचार किया जायेगा ताकि विश्वास प्रशिक्षण एवं शिक्षा के क्षेत्र में लोगों की बेहतर सेवा की जा सके।

उन्होंने कहा, "इस वर्ष के सम्मेलन का मुख्य कार्यक्रम हिन्दी भाषा में ख्रीस्तयाग की प्रार्थनाओं के पाठों को अन्तिम रूप प्रदान करना है।"

महाधर्माध्यक्ष डिसूज़ा ने बताया कि विगत एक वर्ष से 12 सदस्यीय टीम प्रार्थनाओं के अनुवाद पर काम कर रही थी और अब यह धर्माध्यक्षों के अनुमोदन हेतु प्रस्तुत किया जा रहा है।

इस समय ख्रीस्तयागों में प्रयुक्त प्रार्थना पुस्तक "रोमी मिस्साल" के पुराने संस्करण का अनुवाद है जिसे द्वितीय वाटिकन महासभा द्वारा साठ के दशक में अनुमोदन मिला था।

"रोमी मिस्साल" ख्रीस्तयागों के लिये निर्धारित प्रार्थनाओं, भजनों एवं ख्रीस्तयाग समारोहों के लिये निर्देशों की पुस्तक है। मूल "रोमी मिस्साल" लैटिन भाषा में प्रकाशित की गई थी जो अब विश्व की अनेक स्थानीय भाषाओं में अनूदित हो चुकी है।

स्थानीय भाषाओं के अनुवाद में कई त्रुटियाँ मिलने के उपरान्त वाटिकन के आदेश पर विभिन्न राष्ट्रों के धर्माध्यक्षों ने अनुवादों में सुधार का बीड़ा उठाया है।









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