संत पापा की दक्षिण कोरियाई यात्रा के पूर्व संवाददाता सम्मेलन
वाटिकन सिटी, शुक्रवार 8 अगस्त, 2014 (सेदोक,वीआर) संत पापा फ्राँसिस की 13 से 18 अगस्त
तक दक्षिण कोरिया की प्रेरितिक यात्रा के पूर्व वाटिकन प्रवक्ता फादर फेदेरिको लोमबारदी
ने बृहस्पतिवार 7 अगस्त को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यात्रा के बारे जानकारी दी।
फादर
लोमबारदी ने बतलाया कि दक्षिण कोरिया की प्रेरितिक यात्रा संत पापा फ्राँसिस की तीसरी
अन्तरराष्ट्रीय यात्रा होगी। संत पापा फ्राँसिस तीसरे संत पापा बन जायेंगे जो संत पापा
पौल षष्टम् और जोन पौल द्वितीय के बाद एशिया की यात्रा करेंगे।
संत पापा जोन
पौल द्वतीय ने सन् 1986 में अन्तरराष्ट्रीय यूखरिस्तीय काँग्रेस और 1989 ईस्वी में कोरियाई
कलीसिया की 200 वर्षीय जुबिली 103 शहीदों की संत घोषणा समारोह के लिये जोन पौल द्वितीय
ने कोरिया गणराज्य की यात्रा की थी।
वाटिकन प्रवक्ता ने बतलाया कि संत कि
संत पापा जोन पौल द्वितय के पद्चिह्नों पर चलते हुए संत पापा फ्राँसिस दक्षिण कोरिया
की अपनी यात्रा में पाँच दिन बितायेंगे और एशियन युवा दिवस समारोह की अध्यक्षता करेंगे
तथा कोरिया के उन शहीदों को संत घोषित करेंगे जिन्होंने विश्वास के लिये अपने प्राणों
की आहूति दी।
संत पापा की कोरिया की प्रेरितिक यात्रा को महत्वपूर्ण बतलाते हुए
वाटिकन प्रवक्ता ने कहा कि संत पापा के कोरिया जाने का एक और लक्ष्य है – शांति और मेल-मिलाप
की अपील करना।
विदित हो कि दक्षिण और उत्तर कोरिया सन् 1953 ईस्वी में हुई कोरियाई
लड़ाई के बाद से दो खंडों में बँटे हुए है।
एक प्रश्न का उत्तर देते हुए फादर
लोमबारदी ने कहा कि उत्तर कोरिया के ख्रीस्तीयों को यात्रा के समापन पर होने वाले यूखरिस्तीय
बलिदान के लिये आमंत्रित किया गया है पर उनके आमंत्रण को स्वीकार नहीं किया गया
है।
फादर लोमबारदी ने कहा कि यद्यपि उत्तरी कोरिया के ख्रीस्तीय संत पापा की अध्यक्षता
में सम्पन्न यूखरिस्तीय बलिदान में हिस्सा नहीं ले पायेंगे पर संत पापा शांति और मेल-मिलाप
के लिये प्रार्थनायें अर्पित करेंगे।
फादर लोम्बारदी ने बतलाया कि कोरिया की
अपनी पाँच दिवसीय प्रेरितिक यात्रा के दौरान संत पापा 11 प्रभाषण देंगे जिन्हें सुननेवालों
में हज़ारों कोरियाई लोगों के साथ एशिया महादेश के भारत सहित अन्य देशों के भ 5 हज़ार
युवा प्रतिनिधि भी शामिल हैं।
एक विशेष कार्यक्रम में संत पापा कोरिया के उन
परिवारों से मुलाक़ात करेंगे जिन्होंने अप्रैल में हुई स्टीमर दुर्घटना में अपने परिजनों
को खो दिया है। स्टीमर दुर्घटना में करीब 300 लोग मारे गये थे।
दक्षिण कोरिया
से विदा होने के पूर्व संत पापा उन वृद्ध महिलाओं से मुलाक़ात करेंगे जिन्हें द्वितीय
विश्व युद्ध के समय वेश्यावृत्ति के लिये बाध्य किया गया था।