आगराः नैतिक मूल्यों का ह्रास यौन हिंसा के लिये ज़िम्मेदार, महाधर्माध्यक्ष डिसूज़ा
आगरा, 06 अगस्त सन् 2014 (ऊका समाचार): आगरा के महाधर्माध्यक्ष आलबर्ट डिसूज़ा ने भारत
में नित्य बढ़ती यौन हिंसा के लिये नैतिक मूल्यों में आये ह्रास को ज़िम्मेदार ठहराया
है।
भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के महासचिव तथा आगरा के महाधर्माध्यक्ष
आलबर्ट डिसीज़ा ने काथलिक न्यूज़ सर्विस समाचार को दी एक भेंटवार्ता में कहा, "समाज के
बुनायादी मूल्यों को भुला दिया गया है तथा मीडिया द्वारा प्रेरित इच्छाओं की अन्धाधुन्ध
सन्तुष्टि बलात्कारों की बढ़ती संख्या का मूल कारण है।"
उन्होंने कहा, "युवा
लड़कियाँ और यहाँ तक कि युवा धर्मबहनें भी यौन दुराचिरियों की शिकार बन रही हैं।"
नई
दिल्ली स्थित कॉमनवेल्थ मानवाधिकार संगठन द्वारा जुटाये आँकड़ों के अनुसार विगत 13 वर्षों
के दौरान प्रति घण्टे दो बलात्कारों की रिपोर्ट आई है।
भारतीय पुलिस द्वारा
सन् 2001 में 16,075 बलात्कार की घटनाओं की शिकायत दर्ज़ की गई थी जो सन् 2013 में 33,707
हो गई है।
सामाजिक कार्यकर्त्ताओं का कहना है कि बदनामी एवं अपराधियों
की धमकियों की वजह से बलात्कार के बहुत से मामले प्रकाश में नहीं आते हैं।