लाहौरः ईशनिंदा की अफ़वाह के बाद अल्पसंख्यक मुसलमानों पर हमला
लाहौर, मंगलवार 29 जुलाई सन् 2014 (एपी): पाकिस्तान में ईश निन्दा की अफ़वाह के बाद इस्लामी
चरमपंथियों ने अल्पसंख्यक अहमदी मुसलमान समुदाय के कई मकानों को आग के हवाले कर दिया
जिसमें कम से कम तीन व्यक्तियों की मौत हो गई है।
पुलिस का कहना है कि फ़ेसबुक
पर ईशनिंदा वाले एक कथित पोस्ट की अफ़वाह के बाद रविवार को पाकिस्तान के गुजरांवाला में
हुई आगज़नी में अल्पसंख्यक अहमदिया समुदाय के तीन व्यक्ति मारे गए तथा दर्जनों घायल हो
गये।
बताया जाता है कि फ़ेसबुक पर साऊदी अरब स्थित काबा की तस्वीर पोस्ट की गई
थी जिसकी तरफ मुँह कर मुसलमान लोग दिन में पाँच बार नमाज़ अता करते हैं।
लंदन
से अहमदी समुदाय की ओर से जारी एक बयान में उग्रवादियों द्वारा तीन लोगों के मारे जाने
की बात कही गई है। इस बयान में एक सात महीने की गर्भवती महिला का गर्भ गिरने की पुष्टि
की गई है।
पाकिस्तान में ख्रीस्तीय, हिन्दू एवं सिक्ख अल्पसंख्यकों के समान ही
अहमदी मुसलमानों को भी प्रताड़ित किया जाता रहा है। अहमदी समुदाय के मुसलमान गुलाम अहमद
को पैगम्बर मानते हैं हालांकि पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय के लोगों को मुसलमान नहीं
माना जाता है। 1974 में इस संबंध में घोषणा की गई थी जिसके बाद से ही अहमदिया समुदाय
प्रताड़ना का शिकार बनात रहा है।