वाटिकन सिटीः आयरलैण्ड के धर्माध्यक्षों ने की मध्यपूर्व में शांति हेतु प्रार्थना की
अपील
वाटिकन सिटी, 23 जुलाई सन् 2014 (सेदोक): आयरलैण्ड के काथलिक धर्माध्यक्षों ने विश्व
के ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों से मध्य पूर्व में शांति हेतु प्रार्थना की अपील की है।
बुधवार को वाटिकन द्वारा प्रकाशित आयरलैण्ड के काथलिक धर्माध्यक्षों के वकतव्य
में कहा गया कि प्रताड़ित एवं जोखिम में पड़े मध्यपूर्व के ख्रीस्तीय समुदाय सम्पूर्ण
विश्व के समक्ष प्रस्तुत एक गम्भीर चुनौती हैं।
आयरलैण्ड के धर्माध्यक्षीय
सम्मेलन के धर्माध्यक्ष जॉन मैकेरियावी ने लिखाः "मध्य पूर्व में उत्पीड़ित ख्रीस्तीय
समुदायों के प्रति एकात्मता के प्रदर्शन हेतु मैं सबको आमंत्रित करता हूँ तथा अनुरोध
करता हूँ कि, व्यक्तिगत रूप से एवं ख्रीस्तयागों के दौरान, मध्यपूर्व के संघर्षरत देशों,
ईराक, सिरिया, फिलीस्तीन एवं इसराएल में शांति एवं न्याय की स्थापना के लिये आप प्रार्थना
करें।"
उत्पीड़ित ख्रीस्तीय समुदायों के लिये प्रार्थनाओं का अनुरोध कर उन्होंने
लिखाः "ईराक में ख्रीस्तीयों के विरुद्ध दमन चक्र ने नया स्तर कायम कर लिया है, पहली
बार यह रिपोर्ट मिली है कि उत्पीड़न के कारण मोसुल शहर में अब कोई ख्रीस्तीय बाकी नहीं
रहा है। सिरिया में नित्य जारी भयावह बमबारी तथा गज़ा एवं इसराएल के बीच युद्ध में अनेक
मारे गये हैं।
बच्चे एवं परिवार अपने घरों से विस्थापन के कारण पीड़ित हैं तथा
उनकी जीविका के साधन बर्बाद हो चुके हैं। इन देशों में जारी हिंसा ने यहाँ जन-जीवन को
प्रभावित किया है तथा इन स्थलों की सांस्कृतिक एवं धार्मिक धरोहर और, विशेष रूप से, इब्राहीमिक
विश्वास की आध्यात्मिकता पर कुठाराघात किया है।"
अन्तरराष्ट्रीय समुदाय
का आयरलैण्ड के धर्माध्यक्षों ने आह्वान किया कि युद्धों को रोकने का वह हर सम्भव प्रयास
करे तथा युद्धग्रस्त क्षेत्रों में नागरिकों के मूल भूत अधिकारों की सुरक्षा हेतु ठोस
कदम उठाये।