श्रोताओं के पत्र पत्र- चेहर पे मुस्कान, हृदय में प्यार और मन में सु विचार लेकर
नये प्रभात का स्वागत करें, तब आपको एक अनूठे दिन का एहसास होगा। सुप्रभात एवं आपका यह
दिन मंगलमय हो। पर्यावरण को संरक्षित कर हम विश्व को नवीनीकरण प्रदान कर सकते हैँ।
पर्यावरण संरक्षण सिर्फ नाम ही नहीँ, बल्कि हमारे आने वाले भविष्य को उज्जवल बनाने का
यंत्र है। आज लगातार हो रही पेड़ोँ की कटाई और अंधाधुंध जल दोहन से पर्यावरण का संतुलन
बिगड़ता जा रहा है। नतीजा, ओजोन परत का छिद्र भी बढ़ रहा है। वृक्षोँ की कटाई से वातावरण
मेँ ऑक्सीजन की कमी होती जा रही है। लगातार हो रही वृक्षोँ की कटाई से पर्यावरण पर खतरा
बढ़ता जा रहा है। वृक्ष ही हमारे जीवन के प्राण संरक्षक हैँ। हेमान्त कुमार, प्रियदर्शनी
रेडियो लिस्नर्स क्लब, गोराडीह भागलपुर। पत्र- प्रभु ईसा के पवित्र नाम में नमस्कार।
ईस्टर पर आप सभी को धन्यवाद। ईसा मसीह का पुनरूत्थान हमें बहुत कुछ समझने की क्षमता प्रदान
करता है। बाईबल के अनुसार सप्ताह के पहले दिन पौ फटते ही मरियम मगदली और दूसरी मरियम
कब्र देखने आई। उस समय एक बड़ा भुकम्प हुआ जब प्रभु का एक दूत स्वर्ग से उतरा और पास आकर
उसने पत्थर को लुढ़का दिया और उस पर बैठ गया। उसका रुप बिजली जैसा और उसके वस्त्र उज्ज्वल
थे। स्वर्ग दूत ने उनसे कहा कि डरो मत मैं जानता हॅूं कि तुम ईसा मसीह को ढ़ूंढ रही हो
जो क्रूस पर चढ़ाया गया था उसने स्त्रियों से कहा कि कब्र में झांक कर देखो, डरो मत। दीपक
कुमार दास, अपोलो रेडियो लि. क्लब ढोली सकरा, बिहार। पत्र- प्रिय फादर जस्टिन, मिस
जुलियेट एवं सिस्टर उषा, जय येसु। मैं ईश्वर को धन्यवाद देता हूँ कि आप तीनों सकुशल हैं।
मेरे मिशन की सफलता हेतु आपकी शुभकामनाओं के लिए मेरी हार्दिक कृतज्ञता स्वीकार करें।
आप तीनों को प्रभु आशीष दे। सप्रेम फा. सिप्रियन। फादर सिप्रियन खलखों, कैम्पबेल बे,
अंडमान निकोबार।