मुम्बई, 21 जुलाई सन् 2014 (एशियान्यूज़): उत्तरप्रदेश के बुलन्दशहर में बजरंग हिन्दू
दल के चरमपंथियों ने सहकारी नगर स्थित नाज़रीन के पेन्टेकॉस्टल चर्च पर हमला कर दिया।
देर से प्राप्त समाचारों में बताया गया कि 16 जुलाई को हिन्दू चरमपंथी लाठियों
एवं हथौड़ों से लैस पेन्टेकॉस्टल गिरजाघर में घुस आये जहाँ बाईबिल अध्ययन समारोह हो रहा
था। उन्होंने बाईबिल सभा को भंग कर दिया, पादरी पी.सी. पौल तथा उनका बचाव करनेवालों की
पिटाई की तथा पादरी की नाबालिग बेटी को भी नहीं बख्शा।
ग्लोबल काऊन्सल ऑफ इन्डियन
क्रिस्टियन्स के अध्यक्ष साजन के. जॉर्ज ने एशियान्यूज़ को हमले की सूचना दी। उन्होंने
बताया कि चरमपंथी हिन्दू पादरी की पिटाई से सन्तुष्ट नहीं हुए अतः उन्होंने गिरजाघर की
छत पर स्थापित क्रूस की प्रतिमा को तोड़ डाला तथा उस स्थल पर नारंगी हिन्दुत्व का ध्वज
लगा दिया। बजरंग दल के स्थानीय समन्वयकर्त्ता हेमन्त सिंह की अगुवाई में गिरजाघर पर हमला
किया गया।
पुलिस ने 14 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था जिनमें 12 को मुक्त कर
दिया गया है तथा दो से पूछताछ जारी है।
एशियान्यूज़ से श्री जॉर्ज ने कहा, "उत्तरप्रदेश
में स्थिति गम्भीर है। यहाँ जीवन यापन करनेवाले अल्पसंख्यक ख्रीस्तीयों पर प्रायः हिन्दू
चरमपंथी बेवजह हमला करते हैं। वे कानून को अपने हाथों में लेते, ख्रीस्तीयों पर तथा उनके
आराधना स्थलों पर हमला करते तथा धार्मिक गति विधियों में विघ्न उत्पन्न करते हैं। नाज़रीन
का गिरजाघर सन् 1991 से अस्तित्व है जिसने सदैव निर्धनों एवं ज़रूरतमन्दों की मदद की
है।"
मानवाधिकार सम्बन्धी राष्ट्रीय आयोग से उन्होंने मांग की कि अल्पसंख्यक
ख्रीस्तीयों पर होने वाले आक्रमणों को रोकने के लिये वह ठोस कदम उठाये तथा ख्रीस्तीयों
को तथा उनके आराधना स्थलों को सुरक्षा का आश्वासन प्रदान करे।