मुम्बईः छत्तीसगढ़ के ईसाई बने हिंदू कट्टरपंथियों का निशाना
मुम्बई, 17 जुलाई सन् 2014 (एशियान्यूज़): छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल बस्तर ज़िले में
ईसाईयों को हिन्दू कट्टरपंथियों के हमलों का निशाना बनना पड़ रहा है।
सत्तारूढ़
भारतीय जनता पार्टी के करीबी कट्टरपंथी हिंदू संगठन विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्त्ताओं
ने बस्तर के आदिवासी ईसाइयों पर ताज़ा हमला कर उनसे कहा है कि पहली अगस्त तक वे अपने
गाँवों से पलायन कर लें अन्यथा दुष्परिणामों का सामना करें।
ग्लोबल काऊन्सल
ऑफ इन्डियन क्रिस्टियन्स के अध्यक्ष साजन के. जॉर्ज ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से
बस्तर के आदिवासियों की सुरक्षा की अपील करते हुए कहा कि यह छत्तीसगढ़ के अल्पसंख्यक
ख्रीस्तीय समुदाय पर ताज़ा हमला है। उन्होंने कहा कि बस्तर ज़िला आदिवासी बहुल ज़िला
है जहाँ अल्पसंख्यक ख्रीस्तीयों के विरुद्ध भेदभाव का सर्वाधिक भद्दा नज़ारा देखने को
मिल सकता है।
इससे पूर्व छः जुलाई को बेलार गाँव की ग्राम सभा ने हिंदू परंपरा
से ताल्लुक नहीं रखनेवाली धार्मिक गतिविधियों पर रोक लगा दी थी। 26 जून को, 35 गाँवों
की ग्राम सभाओं ने ग़ैरहिन्दुओं के प्रवेश पर प्रतिबन्ध लगा दिया था। 16 जून को छत्तीसगढ़
के एक और ज़िले में ईसाई परिवारों पर समुदाय की संस्कृति और धर्म को नुकसान पहुंचाने
का आरोप लगाकर उनपर हमला किया गया था।
श्री साजन के. जॉर्ज ने कहा कि ग़ैर हिन्दु
पूजा एवं धार्मिक गतिविधियों पर प्रतिबन्ध के अतिरिक्त ईसाई परिवारों को बुनियादी सेवाओं
जैसे राशन आदि से वंचित कर उनका सामाजिक बहिष्कार किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार से
उन्होंने मांग की कि वह ईसाईयों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिये उपयुक्त कदम
उठाये।