ख्रीस्त में एक होकर हम अपने प्यार का इज़हार कर सकें
वाटिकन सिटी, शनिवार, 28 जून 2014 (वीआर सेदोक)꞉ इस्ताम्बुल स्थित ऑथोडोक्स कलीसिया के
प्रतिनिधियों से, संत पापा फ्राँसिस ने 28 जून को वाटिकन के प्रेरितिक प्रसाद में मुलाकात
कर उनका सहर्ष स्वागत किया। संत पापा ने उन्हें सम्बोधित करते हुए कहा, ″हाल में
सम्पन्न हुई येसु की पवित्र भूमि में प्रेरितिक यात्रा के दौरान भाई बरथॉलोमियोस से मेरी
मुलाकात की याद ताज़ी है जहाँ हमने हमारे पहले के प्राधिधर्माध्यक्ष अथनागोरस एवं संत
पापा पौल षष्टम द्वारा 50 वर्षों पूर्व किये आलिंगन को दोहराया था। यह महत्वपूर्ण चिन्ह
ईश्वर की कृपा से हमारी यात्रा में एक विशेष प्रेरणा बनी रही। मैं इसे एक महान वरदान
मानता हूँ कि हम दोनों ने एक साथ पवित्र भूमि के विभिन्न स्थलों में श्रद्धासुमन तथा
प्रार्थनाएँ अर्पित कीं। हमने आशा के स्रोत के पावन स्थल का स्पर्श किया। ईश्वर ने वह
अवसर हमें प्रदान किया कि हम भाई-भाई आपस में मिल सकें जिसमें हम ख्रीस्त में एक होकर
अपने प्यार का इज़हार कर सकें तथा पूर्ण एकता में एक साथ मिलकर आगे बढ़ने की चाह को नवीकृत
कर सकें। संत पापा ने कहा कि हम यह भली-भांति जानते हैं कि एकता ईश्वरीय वरदान है।
पवित्र आत्मा की शक्ति द्वारा हम विश्वास की नज़रों से एक-दूसरे पर दृष्टि डाल सकते हैं।
हम ईश्वर की अनन्त योजना के सहभागी हैं न कि इतिहास में हमारे पापों के परिणाम स्वरूप
जो हम बन गये हैं। यदि हम पवित्र आत्मा की प्रेरणा से एक-दूसरे में ईश्वर को देख पायेंगे
तो हमारे मार्ग सीधे हो जायेंगे तथा दैनिक जीवन में हमारे संबंध सभी क्षेत्रों में अधिक
मधुर बन जायेंगे। एक दूसरे में ईश्वर को देखने का रास्ता विश्वास, भरोसा और प्रेम
द्वारा पोषित होता है। इस प्रतिबिंब द्वारा हम एक-दूसरे को एकता के सूत्र में बांध सकते
हैं। मैं प्रार्थना करता हूँ कि काथलिक एवं ऑरथोडॉक्स कलीसिया का संयुक्त अन्तरराष्ट्रीय
आयोग का प्रयास, एकता के क्षेत्र में महान चिन्ह साबित हो। हम सभी साहस एवं दृढ़ता से
पवित्र आत्मा के कार्यों के प्रति उदार बने रह सकें है। संत पापा ने सभी के प्रति
अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा, ″प्रिय प्रतिनिधियो मैं बड़े सम्मान, मित्रता और
ख्रीस्त के प्रेम से आपकी उपस्थिति के प्रति कृतज्ञ हूँ। कृपया माननीय भाई बारथॉलोमियो
के प्रति मेरी श्रद्धा व्यक्त करें तथा मेरे लिए प्रार्थना करना जारी रखें।″