भारतीय नर्सों को संघर्ष क्षेत्र से हटाने का प्रयास जारी
नई दिल्ली, बृहस्पतिवार, 26 जून 2014 (उकान)꞉ ईराक में कार्यरत दो भारतीय नर्सों को संघर्ष
क्षेत्र से हटा लिया गया है तथा जिन 17 भारतीयों को बागदाद से हटाया गया था उन्हें भी
भारत वापस लाया जा रहा है। बुधवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अक्बरउद्दीन
ने उका समाचार से कहा, ″दो नर्सों को बगदाद के दक्षिण में कारबाला के सुरक्षित स्थान
पर पहुँचा दिया गया है। भारतीय मिशन टिकट उपलब्ध करा कर उन्हें जितनी जल्दी हो सके भारत
वापस लौटने हेतु मदद कर रहा है।″ उन्होंने कहा कि जिन 17 भारतीयों को बगदाद से निकाला
गया था उन्हें ईराक से बाहर भेजा जा चुका है। विदित हो कि इस्लामिक राज्य इराक और
सीरिया के सुन्नी आतंकवादी गुट द्वारा संचालित टिक्रीट अस्पताल में अभी भी 46 भारतीय
नर्स कार्यरत हैं। वे बगदाद में भारत के राजदूत के सम्पर्क में हैं। उन्हें भोजन एवं
बिजली की सुविधा उपलब्ध की जा रही है और अभी तक किसी प्रकार की घुसपैट होने की खबर नहीं
मिली है। अक्बरउद्दीन ने कहा कि हम इस प्रयास में हैं कि उन्हें सुरक्षित वहाँ से
हटा लिया जाए। थल मार्ग से उन्हें हटाना सुरक्षित नहीं है किन्तु टीक्रीट में हवाई सुविधा
का अभाव है। नर्सों को सलाह दे दी गयी है कि वे अपने क्षेत्र से बाहर न जायें। उन्होंने
बतलाया कि लोगों को सुरक्षा प्रदान करने हेतु भारत सभी विकल्पों की छान बीन कर रहा है।
ज्ञात हो कि ईराक सुन्नी उग्रवादियों से घिरा है उन्होंने मोसुल एवं टीक्रीट को अपने
कब्जे में कर लिया है वे बाइजी तेल के शहर पर भी कब्जा करना चाहते हैं।