2014-06-25 12:12:34

नई दिल्लीः कश्मीर में पंडितों को फिर से बसाने के कदम का एमनेस्टी ने किया स्वागत


नई दिल्ली, 25 जून सन् 2014 (ऊका समाचार): अन्तरराष्ट्रीय क्षमादान आयोग "एमनेस्टी इंटरनेशनल" ने, मंगलवार को, कश्मीर घाटी में कश्मीरी पंडितों को वापस लाने हेतु, एन. डी. ए. सरकार के संकल्प का स्वागत किया है किन्तु सरकार से आग्रह भी किया कि लगभग डेढ़ से दो लाख विस्थापित पंडितों के पुनर्वास से पहले वह सभी समुदायों से सलाह मशवरा करे।

एमनेस्टी इंटरनेशनल की भारतीय शाखा द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गयाः "एमनेस्टी इन्टरनेशनल इन्डिया डेढ़ से दो लाख काश्मीरी पंडितों के परिवारों के पुनर्वास हेतु हाल में की गई पहलों का स्वागत करता है किन्तु साथ ही वह नई सरकार से आग्रह करता है कि नई प्रस्तावित नीतियों को लागू करने में एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाया जाये जिसमें जम्मू और कश्मीर में जीवन यापन करने वाले सभी समुदायों के साथ विचार विमर्श भी शामिल हो।"

एमनेस्टी इंटरनेशनल ने जम्मू और कश्मीर राज्य सरकार से भी आग्रह किया है कि वह इस बात को सुनिश्चित करे कि राज्य के सभी धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय संवैधानिक रूप से प्रत्याभू अपने अधिकारों का प्रयोग करने में सक्षम हैं।

ग़ैर कानूनी हत्याओं के सभी मामलों में निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच का भी एमनेस्टी ने आह्वान किया।

भारत की नई एन. डी. ए. सरकार पूर्व सरकार द्वारा पुनर्वास के लिये तय साढ़े सात लाख प्रति परिवार पैकेज को काश्मीरी पंडितों के लिये 20 लाख तक बढ़ाने पर विचार कर रही है।

आईएएनएस समाचार एजेन्सी के अनुसार, आंतरिक रूप से हिंदू बहुल जम्मू क्षेत्र के शिविरों में विस्थापित अथवा 1990 के दशक में राज्य में अशांति और विद्रोह के फैलने के बाद दिल्ली पलायन करनेवाले कश्मीरी पंडितों के लिए सरकार सम्मानजनक वापसी की सुविधा हेतु योजना तैयार कर रही है।








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