जिनिवाः "परिवार समस्या नहीं संसाधन है", संयुक्त राष्ट्र संघीय सत्र में वाटिकन के अधिकारी
जिनिवा, बुधवार 25 जून सन् 2014 (सेदोक): जिनिवा स्थित संयुक्त राष्ट्र संघीय कार्यालयों
में परमधर्मपीठ के स्थायी पर्यवेक्षक एवं वाटिकन के वरिष्ठ अधिकारी महाधर्माध्यक्ष सिलवानो
थॉमासी ने इस बात को रेखांकित किया कि परिवार एक समस्या न होकर समाज का महत्वपूर्ण संसाधन
है।
संयुक्त राष्ट्र संघीय मानवाधिकार समिति के 26 वें सत्र में मंगलवार को सदस्य
राष्ट्रों के प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए महाधर्माध्यक्ष थॉमासी ने परिवार की
सुरक्षा पर बल दिया।
उन्होंने 15 मई सन् 2014 को मनाये गये परिवारों के अन्तरराष्ट्रीय
दिवस का स्मरण दिलाकर कहा कि इसका विषय था "विकास लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु परिवारों
की महत्व"। इस विषय के सन्दर्भ में महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि परिवार केन्द्रित नीतियों
को सुदृढ़ कर विकास के लक्ष्यों को हासिल किया जा सकता है।
परिवार की प्रकृति
एवं उसकी परिभाषा को लेकर बने व्यापक वाद-विवाद के सन्दर्भ में महाधर्माध्यक्ष थॉमासी
ने कहा कि इस प्रकार के वादविवाद प्रायः परिवार को समाज के संसाधन के बजाय समाज में व्याप्त
समस्या रूप में प्रस्तुत करते हैं तथा इस मिथक को प्रश्रय देते हैं कि परिवार वर्तमान
समाज द्वारा प्रस्तुत चुनौतियों का सामना करने में असमर्थ हैं तथा अपनी ज़िम्मेदारियों
का निर्वाह नहीं कर पाते हैं।
महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि इन विचारों के विपरीत
परमधर्मपीठ का विश्वास है कि वर्तमान चुनौतियों के बावजूद परिवार, वास्तव में, मानव समाज
की मूलभूत इकाई है। वह उन सब शक्तियों के समक्ष मज़बूत सिद्ध हुई है जो उसे अतीत के अवशेष
अथवा व्यक्ति की स्वाधीनता में अवरोध उत्पन्न करनेवाली इकाई कहकर उसका उन्मूलन करने का
प्रयास करती रही हैं।
महाधर्माध्यक्ष थॉमासी ने कहाः "परस्पर महत्वपूर्ण
और जैविक सम्बन्ध से संयुक्त, परिवार और समाज, प्रत्योक व्यक्ति एवं सम्पूर्ण मानव जाति
की सुरक्षा तथा प्रगति के लिये एक दूसरे के सम्पूरक हैं।