कस्सानो, इटलीः पुरोहित एक साथ मिलकर उदारतापूर्वक काम करें, सन्त पापा फ्राँसिस
कस्सानो, इटली, 21 जून सन् 2014 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने काथलिक पुरोहितों से
आग्रह किया है कि वे एकसाथ मिलकर उदारतापूर्वक मनुष्यों के बीच प्रभु ख्रीस्त का प्रेम
सन्देश फैलायें।
शनिवार 21 जून को सन्त पापा फ्राँसिस ने इटली के कलाब्रिया
प्रान्त स्थित कस्सानो आलो योनियो धर्मप्रान्त की प्रेरितिक भेंट की। इस अवसर पर कस्सानो
के महागिरजाघर में पुरोहितों को सम्बोधित कर सन्त पापा ने कहा कि पुरोहित को केवल अपने
बारे में नहीं सोचना चाहिये अपितु सम्पूर्ण समुदाय की सेवा को तत्पर रहना चाहिये।
प्रार्थना
पर बल देते हुए उन्होंने कहाः "प्रार्थना के मौन में येसु हमें यह देखने में समर्थ बनाते
हैं कि हम एक प्रेरितिक कार्यकर्त्ता रूप में कार्य कर रहे हैं अथवा किसी अन्य कर्मचारी
की तरह अपनी दिनचर्या से जुड़ें हैं, हम प्रभु के प्रेम, उनकी करुणा एवं उनकी कृपा को
अन्यों में उदारतापूर्वक संचारित करते हैं अथवा नहीं। कहीं हम अपने आप को तो अपने कार्यों
का केन्द्र नहीं बना रहे? कहीं हम सुसमाचार की शक्ति एवं उसके प्रकाश को फैलने से तो
नहीं रोक रहे?"
सन्त पापा ने कहा कि प्रार्थना के अतिरिक्त पुरोहितों के लिये
भ्रातृत्व भाव एवं सहभागिता नितान्त आवश्यक है। भ्रातृत्व के सौन्दर्य को पुरोहितों के
साथ साझा करते हुए सन्त पापा फ्राँसिस ने कहाः "पुरोहितों के लिये आवश्यक है कि वे अकेले
रहकर पुरोहिताई का निर्वाह न करें बल्कि वरदानों की विविधताओं तथा भिन्न-भिन्न व्यक्तित्वों
के बावजूद अन्य पुरोहित भाइयों के साथ मिलकर काम करें, इसलिये कि विविधता ही पौरोहित्य
को समृद्ध बनाती है।"
सन्त पापा ने पुरोहितों को परामर्श दिया कि वे व्यक्तिवाद
के बजाय भ्रातृत्व का चयन करें तथा प्रभु ख्रीस्त के सहभागी होकर अपने धर्माध्यक्ष एवं
पुरोहित भाइयों के साथ पूर्ण सहयोग करें।