वाटिकन सिटी, शनिवार, 21 जून 2014 (वीआर सेदोक)꞉ संत पापा फ्राँसिस ने 21 जून को कलाब्रिया
के मरीना सिबारिस गिरजाघर में पावन ख्रीस्तयाग अर्पित किया। संत पापा ने प्रवचन में
कहा, ″कलीसिया ख्रीस्त के देह और रक्त का त्यौहार मनाते हुए पवित्र युखरिस्त के वरदान
के लिए ईश्वर को धन्यवाद देती है।″ उन्होंने कहा, ″हम उस राष्ट्र की प्रजा हैं जो
ईश्वर को प्यार करती है और प्रेमी ईश्वर की आराधना करती है जिसमें येसु ख्रीस्त ने हमारे
लिए अपने आप को अर्पित कर दिया। उन्होंने प्यार के खातिर हमारे पापों के प्रायश्चित हेतु
अपने आप को क्रूस पर बलिदान कर दिया तथा पुनर्जीवित होकर कलीसिया में निवास करते हैं।
उनके सिवा हमारा कोई दूसरा ईश्वर नहीं है। आज हम पवित्र वेदी के संस्कार में ख्रीस्त
के पावन शरीर पर विश्वास करते हैं। इस विश्वास द्वारा हम शैतान तथा उनकी झूठी प्रतिज्ञा
का परित्याग करते हैं। धन, घमंड, एवं सत्ता रूपी देवमूर्तियों का परित्याग करते हैं।
पवित्र युखरिस्त में उपस्थित ख्रीस्त के अलावा ख्रीस्तीय किसी और की आराधना नहीं करते
हैं। हमारा विश्वास है कि येसु ख्रीस्त सच्चे ईश्वर और सच्चे मानव रूप में रोटी
और दारखरस में उपस्थिति हैं। प्रभु ने पिछली व्यारी में अपने शिष्यों को प्यार करने की
जो आज्ञा दी थी यदि हम उस आज्ञा को मानते और उनकी आज्ञाओं का पालन करते हैं तब वह सार्थक
होता है। जो लोग पवित्र युखरिस्त की आराधना करते हैं वे प्यार के रास्ते पर चलते हैं।
संत पापा ने कहा, ″आज मैं यहाँ रोम के धर्माध्यक्ष रूप में न केवल विश्वास को सुदृढ़
करने आया हूँ किन्तु येसु के साथ उदारता में बढ़ने हेतु प्यार को मजबूत करने, आपके साथ
चलने एवं आपको प्रोत्साहन देने आया हूँ।″ संत पापा ने विश्वासियों को प्रोत्साहन
दिया कि वे भाई-बहनों की सेवा में ठोस उदारता का परिचय दें। विशेषकर, उन लोगों के लिए
जिन्हें न्याय, आशा और स्नेह की जरूरत है। संत पापा ये युवाओं को प्रोत्साहन देते
हुए कहा कि वे आशा न खोयें अपने हृदय में येसु की आराधना करें और उनके साथ संयुक्त रहकर
बुराई, अन्याय, हिंसा का परित्याग भलाई, सच्चाई और अच्छाई की शक्ति से करें।