वाटिकन सिटीः न्यायिक दण्डाधिकार परिषद को सन्त पापा ने किया सम्बोधित
वाटिकन सिटी, 17 जून सन् 2014 (सेदोक): वाटिकन में, मंगलवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने
न्यायिक दण्डाधिकार परिषद के न्यायाधीशों एवं अधिकारियों को सम्बोधित कर उनकी सेवा के
महत्व पर प्रकाश डाला।
न्यायाधीशों से सन्त पापा ने कहाः "राष्ट्र की सेवा हेतु
आपके सिपुर्द किये गये काम का लक्ष्य सामाजिक जीवन का सुचारू संचालन है। अस्तु, आपके
कार्यों की सराहना करते हुए मैं उन सबके प्रति सम्मान भाव व्यक्त करता हूँ जो साफ अन्तःकरण
तथा नागरिक और कानूनी जिम्मेदारी की गहरी भावना के साथ इस क्षेत्र में अपनी सेवाएँ अर्पित
करते हैं।"
न्यायाधीश के दायित्वों के नैतिक पक्ष पर ध्यान आकर्षित कराते हुए
सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि प्रत्येक राष्ट्र में न्यायाधीशों को स्वतंत्रता प्रदान
करने हेतु नियम बनाये जाते हैं ताकि वे इस संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण दायित्व को निष्पक्ष
रूप से निभा सकें। उन्होंने कहा कि समाज न्याय करने का काम इसलिये न्यायाधीशों के सिपुर्द
करता है ताकि वे मौजूदा कानूनों को ध्यान में रखकर उन्हीं के आधार पर विवेक एवं निष्पक्षता
के साथ अपना फैसला सुना सकें।
सन्त पापा ने कहा कि न्यायिक दण्डाधिकार परिषद
का दायित्व है कि वह समाज में कानून की निश्चितता और लोकतांत्रिक समाज की विभिन्न शक्तियों
का संतुलन बनाये रखे तथा लोगों को शांतिपूर्ण सहअस्तित्व का आश्वासन प्रदान करे।