2014-06-14 15:40:09

‘दया’ की संस्था को संत पापा का संदेश


वाटिकन सिटी, शनिवार, 14 जून 2014 (वीआर सेदोक)꞉ संत पापा फ्राँसिस ने इटली के करूणा एवं रक्त दान दल के करीब 30,000 स्वयं सेवकों से, उनके संगठन की स्थापना की 770 वीं वर्षगाँठ के अवसर पर शनिवार 14 जून को, संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में मुलाकात की।

संत पापा ने उन्हें सम्बोधित करते हुए कहा, ″सुसमाचार के अनुसार बीमारों, बच्चों, शरणार्थियों, गरीबों एवं बुज़ुर्गों के प्रति उदारता का साक्ष्य देने हेतु गठित इटली के काथलिक लोकधर्मियों द्वारा संचालित ‘दया’ नामक संस्था एक पुरानी संस्था हैं। अपनी संस्था ‘दया’ के नाम के अनुरूप ग़रीबों को अपने हृदय में स्थान दें। यही येसु ने किया, उन्होंने मनुष्यों के दुखों को हरने के लिए अपना हृदय द्वार खोला। सुसमाचार ग़रीबों एवं कमजोर लोगों के प्रति उनके दया के कार्यों से भरा है।
अपने गुरु का अनुसरण करते हुए, हमें अपने सम्पर्क में आने वाले लोगों की परिस्थितियों को बांटना है। हम अपने वचन, कर्म तथा अपने मनोभावों द्वारा उनके दुखों के प्रति सहानुभूति प्रकट करें।

संत पापा ने कहा कि समाज में गरीब एवं मानवीय संकटों में पड़े लोगों की सूची हमें मालूम है।
आपकी संस्था दया के सात दैहिक कार्यों से प्रेरित है जैसे, भूखों को खिलाना, प्यासों को पिलाना, नंगे को पहनाना, यात्रियों को शरण देना, बीमारों को देखने जाना, कैदियों से मुलाकात करना और मुरदों को दफनाना आदि। मैं आप सभी को प्रोत्साहन देता हूँ कि ख्रीस्त के आदर्श पर चलते हुए सभी दुखों से ऊपर उठकर आप अपने आनन्द को बनाये रखें। दया एवं भाईचारे का यह दल सभी लोगों के लिए करुणा के चिन्ह स्वरूप आतिथ्य और उदारता का महत्वपूर्ण स्थल बना रहे। इतना कहने के बाद संत पापा ने सभी को अपना प्रेरितिक आर्शीवाद दिया।








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