2014-06-13 15:17:37

समझौता ज़रूरी है शांति के लिये


वाटिकन सिटी, शुक्रवार 13 जून, 2014 (सेदोक,वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने वृहस्पतिवार 12 जून को वाटिकन सिटी स्थित अतिथि निवास सान्ता मार्था के प्रार्थनालय में यूखरिस्तीय बलिदान अर्पित करते हुए कहा झगड़ों के समाधान के तीन उपाय हैं सत्य या यथार्थवाद, एकात्मकता और भ्रातृत्व भाव।

संत पापा ने कहा कि येसु ख्रीस्त हमें बतलाते हैं कि हमें अपने पड़ोसी को प्यार करना चाहिये।

संत पापा ने कहा कि यथार्थवाद का अर्थ है यदि आप समस्या का समाधान नहीं कर सकते तो कम से कम उनसे समझौता कर लीजिये। यह सर्वोत्तम समाधान नहीं है झगड़ा में उलझे रहने से बेहतर है।

उन्होंने कहा कि समझौता की प्रक्रिया में व्यक्ति शांति की ओर प्रगति करता है शांति समझौता पूर्ण न भी हो फिर भी यह शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाता है।

संत पापा ने कहा कि किसी के विरुद्ध बातें करना भी उसे 'मार डालने' के समान ही है। ऐसा इसलिये क्योंकि जब हम किसी के विरुद्ध बातें करते हैं तो घृणा पैदा होती है और घृणा दूसरे का मार डालने के बराबर है। जो अपने भाई को मूर्ख कहता है वह उसे मार डालता है क्योंकि उसकी जड़ में घृणा है।

इसलिये अपने भाई की हत्या नहीं करने का अर्थ है उसका अपमान नहीं करना।

संत पापा ने कहा कि अपने भाई का अपमान नहीं करना चाहिये क्योंकि हम भाई-भाई हैं और हमारा पिता एक है। उन्होंने कहा कि अगर हमारा अपने भाई के साथ मेल-मिलाप नहीं हुआ है तो आप अपने पिता से बात मत कीजिये।

ऐसा करना आसान नहीं है पर हम ऐसा प्रयास करना जारी रखें और कृपा माँगे ताकि हम समझौता कर सकें, एकता बनाये रखें और एक पिता के पुत्र के रूप में भ्रातृभाव के साथ आगे बढ़ें।









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