आत्महत्या की रोक हेतु आपातकालीन आत्महत्या रोकथाम हेल्पलाइन
पाणजी, बृहस्पतिवार, 29 मई 2014 (उकान)꞉ भारत के गोवा एवं दमान महाधर्मप्रांतों ने स्थानीय
क्षेत्र में तीव्र आत्महत्या दर को ध्यान में रखते हुए आपातकालीन आत्महत्या रोकथाम हेल्पलाइन
की स्थापना की है। महाधर्माध्यक्ष फिलिप नेरी सेबास्तियो दो रोसारियो फेराओ ने कहा,
″जीवन ईश्वर प्रदत्त वरदान है तथा मात्र वे ही जीवन के मालिक हैं। ईश्वर जीवन की रक्षा
करते हैं।″ उन्होंने कहा कि आज के समाज में हमें लोगों में आशा जगाने की आवश्यकता
है कि ईश्वर ने मानव की सृष्टि प्यार से की है तथा वे अब भी उन्हें प्यार करते हैं। वे
उसकी रक्षा करना चाहते हैं। महाधर्माध्यक्ष ने परियोजना का उद्घाटन एक प्रार्थना
सभा द्वारा किया तथा उपस्थित लोगों को अपना आर्शीवाद दिया। पाणजी से 8 किलो मीटर दूर
स्थित यह केंद्र बॉम येसु महागिरजाघर के समीप स्थापित है जहाँ संत फाँसिस ज़ेवियर की
पवित्र अवशेष रखे गये हैं।
हेल्प लाईन के निर्देशक फादर डॉक्टर मारियो सातुरनिनो
डायस ने सी एन ए से कहा, ″जीवन महत्वपूर्ण है तथा यह एक कीमती उपहार रूप में ईश्वर द्वारा
अपने प्रतिरूप में सृष्ट किया गया है। आये दिन दैनिक समाचार पत्रों में आत्महत्या की
कई खबरें पढ़ने को मिलती हैं। जीना एवं जीवन की रक्षा करना प्रत्येक मानव प्राणी की आंतरिक
चाह है। उन्होंने कहा कि देश में आत्महत्या की दर दिन प्रतिदिन तेज होती जा रही है।″
मालूम हो कि सन् 2010 ई. में 1 लाख 80 हज़ार आत्म हत्या के मामले दर्ज किये गये थे
जिनमें अधिकतर 15 से 29 उम्र के युवा शामिल थे। निर्देशक ने कहा कि कई मामले बिना
द़र्ज किये रह जाते हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के अनुसार गोवा में आत्महत्या
की दर 15.8 प्रतिशत है।